हत्या या आत्महत्या की गुत्थी में उलझा बलिया की युवती की मौत का मामला, पुलिस बोली जान दी, परिजनों ने की CBI जांच की मांग

punjabkesari.in Sunday, Mar 30, 2025 - 04:01 PM (IST)

बलिया : उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक युवती के कथित आत्महत्या मामले में पुलिस ने शनिवार को दो लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार जिले के नगरा थाना क्षेत्र के सरयां गुलाब राय गांव में जामुन के एक पेड़ से पूजा (20) नामक युवती का शव 23 मार्च को लटकता हुआ मिला था। पुलिस ने इस मामले में आत्महत्या का दावा किया है, जबकि परिवार ने हत्या का आरोप लगाया है।

गिरफ्तार आरोपियों को थी युवती के जान दे देने की जानकारी 
 इस बीच, पीड़ित परिवार ने मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) ओमवीर सिंह ने रविवार को मीडिया को बताया कि पुलिस ने युवती के गांव के लालू चौहान और मऊ जिले के राम दुलारे को शनिवार को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई पूरी कर जेल भेज दिया है। एसपी के मुताबिक, दोनों लोगों पर युवती को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। युवती ने आत्महत्या के पहले दोनों लोगों को जानकारी दी थी कि वह जान दे देगी, लेकिन दोनों लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस और युवती के परिजनों को नहीं दी। 

राम दुलारे से निर्धारित हुई थी युवती की शादी 
गिरफ्तार राम दुलारे से ही युवती की शादी 25 अप्रैल को निर्धारित हुई थी। पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि युवती ने यू-ट्यूब पर वीडियो देखकर फांसी लगायी थी। युवती के प्रेमी द्वारा उसका मोबाइल नंबर काली सूची में डालने से वह परेशान थी। उन्होंने दावा किया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य (कॉल रिकार्डिंग) और भौतिक साक्ष्यों के आधार पर इस घटना का खुलासा किया गया है। एसपी ने बताया था कि पुलिस को 23 मार्च को यह सूचना प्राप्त हुई कि नगरा थाना के अंतर्गत सरयां गुलाब राय गांव में एक युवती का शव पेड़ पर लटका हुआ है। इस सूचना पर पुलिस अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची। युवती की शिनाख्त पूजा चौहान के रूप में हुई। 

जामुन के पेड़ से लटकता मिला युवती का शव 
युवती का शव रस्सी के सहारे जामुन के पेड़ से लटकता हुआ मिला। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक इस मामले में युवती के परिजनों की तहरीर पर उसके गांव के ही रहने वाले चार लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। तहरीर में हत्या का संदेह व्यक्त किया गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद चिकित्सकों की समिति के समक्ष वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें आत्महत्या का तथ्य उजागर हुआ था तथा यह भी स्पष्ट किया गया था कि शरीर के किसी अंग पर कोई चोट नहीं है।       

पुलिस के दावे को खारिज कर रहे युवती के परिजन 
एसपी ने कहा कि साक्ष्यों का संकलन किया गया तो तकनीकी साक्ष्य के जरिए यह स्पष्ट हुआ कि जिन लोगों पर मुकदमे में संदेह व्यक्त किया गया था, उनकी भूमिका इसमें बहुत स्पष्ट नहीं है। अभी तक ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह घटना आत्महत्या की तरफ इंगित कर रही है। सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी भी विवेचना चल रही है। हालांकि, युवती के परिजन पुलिस के दावे को खारिज कर रहे हैं। युवती की बहन नेहा ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया है कि पुलिस गलत तथ्य प्रस्तुत कर रही है। उन्होंने दावा किया है कि उसकी बहन की हत्या की गयी है। यूट्यूब पर सुसाइड करने वाला वीडियो प्रतिबंधित है। वीडियो देखकर आत्महत्या करने का दावा झूठ पर आधारित है।       

परिजनों ने की सीबीआई जांच की मांग 
उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। युवती के पिता धर्मराज ने कहा कि वह थाने का चौकीदार है, लेकिन उसे पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘कोई हाथ पैर बांधकर कैसे खुदकुशी कर सकता है।” इससे पहले मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पुलिस पर सरकार के दबाव में घटना की लीपापोती करने का आरोप लगाया। 


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Content Editor

Purnima Singh

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