अंडर ब्रिज में भरा पानी, साइकिल लेकर हाईवे पार करके पढ़ने जाते बच्चे; खतरे में है सैंकड़ों स्कूली बच्चों का जीवन
punjabkesari.in Sunday, Jul 28, 2024 - 04:01 PM (IST)
इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा में आगरा-कानपुर नेशनल हाईवे को पार करने के लिए बने अंडर ब्रिज में पानी भरने के कारण ग्रामीणों के साथ साथ सैंकड़ों स्कूली बच्चों को हर दिन जीवन दांव पर लगाकर हाईवे पार करना होता है, लेकिन प्रशासन की आंखे बंद हैं। लगातार शिकायतों के बाद भी इस बड़ी समस्या के समाधान पर निष्क्रिय बना है। इटावा जिले के फ्रेंड्स कालोनी इलाके के देशरमऊ गांव के पास आगरा कानपुर नेशनल हाईवे पर बने एक अंडर ब्रिज में भरे पानी के कारण सैकड़ो स्कूली बच्चों को जान जोखिम में डाल कर स्कूल आना जाना पड़ रहा है। आगरा कानपुर नेशनल हाईवे के अंडर ब्रिज में करीब 4 फुट के आसपास पानी भरा हुआ है। इस कारण स्कूली बच्चों को निकलने में खासी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल से जुड़े हुए शिक्षकों को स्कूली बच्चों को हाईवे से पार कराने के लिए यातायात पुलिस के जवान बनना पड़ रहा है।
बच्चों के जीवन पर मंडराता दिखाई दे रहा बड़ा खतरा
बता दें कि जान जोखिम में डालकर एक सैकड़ा से अधिक स्कूली छात्र छात्राएं 50 फुट ऊंचे आगरा कानपुर नेशनल हाइवे को पार करके स्कूल आ जा रहे हैं। इस कारण बच्चों के जीवन पर बड़ा खतरा मंडराता दिखाई दे रहा है, कभी कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है। इटावा शहर से जुड़े आधा दर्जन गांव के स्कूली बच्चे और ग्रामीणों को जोखिम उठा कर नेशनल हाइवे पार करना पड़ता है। यह सब इसलिए करना पड़ रहा है क्यों कि गांव के रास्ते को पार बने अंडर पास में करीब 4 फुट से अधिक पानी भरा हुआ है। स्कूल आने छुट्टी होने के बाद अभिभावक और स्कूलों का स्टाफ नेशनल हाइवे को प्रतिदिन पार करवाता है। अभिभावकों के लिए अपने बच्चों के प्रति डरे हुए रहते है। स्कूली छात्र छात्राओं को पैदल और साइकिल लेकर 50 फुट ऊंचे बने नेशनल हाइवे पर चढ़ना और उतरना पड़ता है। हमेशा जान को खतरा बना रहता है। विद्यालयों के शिक्षकों ने और ग्रामीणों ने नगर पालिका प्रशासन को कई बार प्रार्थना पत्र देकर पानी निकलवाने और अंडर पास की व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग भी की है, लेकिन सुनवाई नहीं हुई है।
बस बच्चों को एकजुट करके पार कराया जाता हैृ नेशनल हाईवे
स्कूली बच्चे कुणाल ने बताया कि काफी लंबे समय से नेशनल हाईवे के अंडर ब्रिज में पानी भरा हुआ है इस कारण निकलने में कठिनाई होती है। स्कूली ड्रेस जूते आदि के खराब होने का खतरा रहता है। इस कारण स्कूली बच्चे 50 फुट ऊंचे नेशनल हाईवे को चढ़ कर पार करते है। अगर हमारे शिक्षक साथ ना हो तो स्कूली बच्चों के साथ कोई ना कोई हादसा पेश आ सकता है। स्कूली शिक्षक संजीव कुमार बताते हैं कि अंडर ब्रिज में भरे हुए पानी को निकालने के लिए कई दफा जिला प्रशासन को पत्राचार किया गया है लेकिन अभी तक इस समस्या को दूर करने के लिए कोई कारर्वाई जिला प्रशासन की ओर से नहीं की गई है। मजबूरी बस बच्चों को एकजुट करके नेशनल हाईवे से पार कराया जाता है।
जानिए क्या कहता है प्रशासन
इस पूरे प्रकरण को लेकर के नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी विनय मणि त्रिपाठी बताते हैं कि उनके संज्ञान में लाया गया कि नेशनल हाईवे के अंडर ब्रिज में बड़े पैमाने पर पानी भरा हुआ है जिसको निकालने के लिए नगर पालिका परिषद की टीम को निर्देशित कर दिया गया है। जल्द ही अंडर ब्रिज में भरे हुए पानी को बाहर कर दिया जाएगा। इसके बाद स्कूली बच्चों को निकालने में कोई कठिनाई नहीं होगी लेकिन वह यह बताने से भी नहीं चूके कि यह नेशनल हाईवे का अंडर ब्रिज उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है लेकिन मानवीय संवेदनाओं को द्दष्टिगत रखते हुए वह अपनी टीम के जरिए अंडर ब्रिज में भरे हुए पानी को बाहर निकलवा रहे हैं।