आशिक मिजाज था अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम, जानिए मैकेनिक से डॉन बनने तक का सफर
punjabkesari.in Thursday, Sep 07, 2017 - 06:01 PM (IST)

लखनऊः वैसे तो डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है, पर यह डॉन पकड़ा भी गया और इसे सजा भी मिल गई है। दरअसल हम बात कर रहे है अंडरवर्ल्ड माफिया डॉन अबू सलेम की। जिसे टाडा अदालत ने मुंबई बम ब्लास्ट मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई है।
यूपी से है गहरा नाता
लेकिन इस खुंखार डॉन की जिंदगी किसी हीरो से कम नहीं है। तो आइए इसकी आशिकाना और खौफनाक हकीकत से आपको भी रूबरू करवाते है। अबू का यूपी से गहरा नाता है। बता दें आजमगढ़ जिले के सरायमीर पठानटोला निवासी अबू अपनी प्रेम कहानियों और चलती ट्रेन में हुई दूसरी शादी के कारण भी सुर्खियां बटौर चुका है।
जानिए अबू का खौफनाक और आशिकाना इतिहास
अपने आप को हीरो समझने वाले माफिया अबू की फिल्मी हिरोइन मोनिका बेदी से प्रेम कहानी तो हर किसी की जुबान में है। साथ ही चलती ट्रेन में उसकी दूसरी शादी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है।
अबू-मोनिका का लव कनेक्शन
अबु सलेम जिसके एक तरफ जुड़ा है खौफनाक और खतरनाक अपराधिक इतिहास जिसमें रहम और प्यार का दूर-दूर से वास्ता नहीं है। जिसकी दुनिया में जान की कीमत कम है पैसे और रासूख की ज्यादा। वहीं दूसरी तरफ उसकी लव स्टोरी है जो सुनने में तो बिल्कुल फिल्मी लगती है, लेकिन है बिल्कुल हकीकत।
जहां-जहां अबू, वहां-वहां मोनिका
आलम यह कि जब-जब अबु सलेम का नाम सामने आता है तब-तब मोनिका बेदी को उनके साथ जोड़ दिया जाता है। एक बार की बात है मोनिका दुबई में थीं, फोन पर उन्हें एक स्टेज शो करने का ऑफर मिला था। स्टेज शो के दौरान अबु ने खुद को एक कारोबारी बताया था। शो के पहले अबु नाम बदलकर बातें करता था, लेकिन उसके बात करने का अंदाज ऐसा था कि वो जल्द ही उसे पसंद करने लगी थीं।
पुर्तगाल में भी साथ-साथ हुए गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पहली मुलाकात में ही मोनिका बेदी अबु सलेम पर फिदा हो गई थी। मोनिका के मुताबिक, सलेम के बातचीत के लहजे से वह इप्रेस हो गई थी। उसके बाद दोनों के रिश्ते काफी नजदीकी हो गए थे। बताते हैं कि मोनिका बेदी ने डॉन साथ लंबे समय तक रही। यहां तक की दोनों को जब पुर्तगाल में हिरासत में लिया गया, जब भी दोनों साथ-साथ थे। दोनों अमेरिका के न्यू जर्सी शहर से पुर्तगाल पहुंचे थे, जहां भारत के आग्रह पर पुर्तगाली अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया था।
मोनिका ने बताए थे कड़वे अनुभव
गिरफ्तारी के बाद मोनिका ने अपने जीवन के कड़वे अनुभवों के आधार पर एक पत्र में एक शायरी लिखी थी। जो इस प्रकार थी... छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए, ये मुनासिब नहीं आदमी के लिए, प्यार से भी जरूरी कई काम हैं, प्यार सब कुछ नहीं जिंदगी के लिए। फिलहाल मोनिका बेदी अपने हिस्से की सजा काटकर रुपहले परदे पर कमबैक कर चुकी हैं। मोनिका को फर्जी पासपोर्ट के लिए सजा हुई थी।
जब चलती ट्रेन में की थी दूसरी शादी
बात यही खत्म नहीं होती है अबू-मोनिका बेदी से जुड़ी प्रेम कहानी तो सुर्खियों में रही थी। लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि मोनिका के अलावा उसकी दूसरी बीवी है। जिसके साथ उसका चलती ट्रेन में निकाह हुआ था। जब वो मुंबई से लखनऊ के सफ़र में था।
पुलिस कस्टडी में हुई शादी
सालेम का ये सफ़र कोई आम सफ़र नहीं था। इस दौरान वो पुलिस कस्टडी में लखनऊ एक मामले की पेशी के लिए आ रहा था। डॉन की समीरा जोगेश्वरी के साथ इस शादी में उसका भतीजा और मुंबई व लखनऊ पुलिस के जवान गवाह बने थे। कहा जाता है कि समीरा से उसको एक लड़की थी। समीरा अब अमेरिका में रहती है उसके 2 बेटे भी हैं।
टाडा कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा
गौरतलब है कि 1993 के मुंबई विस्फोट मामले में टाडा कोर्ट के ताजा फैसले के कारण एक बार फिर से चर्चा में है। साल 1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हो गई थी और 713 लोग जख्मी हो गए थे। कोर्ट ने इस मामले में अबू सलेम सहित 7 अन्य को दोषी करार दिया है। वहीं आज टाडा अदालत ने अबू को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
किसी मुम्बइया फिल्म से कम नहीं अबू की जिंदगी
बता दें अबु सलेम की जिंदगी किसी मुम्बइया फिल्मी से कम नहीं है। एक मोटरसाइकिल मैकेनिक से जिंदगी का सफर शुरू करने वाले सलेम के डॉन बनने की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। यूपी के छोटे से जिले आजमगढ़ के सरायमीर में जन्मे अबु सलेम के पिता अब्दुल कय्यूम पेशे से एक वकील थे, जिनकी इलाके में काफी इज्जत हुआ करती थी।
मोटरसाइकिल मैकेनिक के तौर पर काम किया
एडवोकेट कय्यूम की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद मां, दो बहनों और दो भाइयों की जिम्मेदारी सलेम पर आ टिकी। जिसके बाद इंटर पास अबु सलेम ने परिवार के गुजर-बसर के लिए गांव के ही पास में मोटरसाइकिल मैकेनिक के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। हालांकि किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
दोस्त अक्सर देते थे हीरो बनने की सलाह
लम्बी-चौड़ी कद काठी और खूबसूरत चेहरे-मोहरे वाले सलेम को उसके दोस्त अक्सर हीरो बनने की सलाह दिया करते थे। यही कारण था कि सलेम को दिल्ली रास नहीं आई और वह मायानगरी की राह पर बढ़ चला। लेकिन, यहां किस्मत ने उसके लिए कुछ और ही तय कर रखा था।
ऐसे हुई जुर्म की दुनिया में एंट्री
मुम्बई में सलेम ने अपनी आजीविका चलाने के लिए ब्रेड डिलिवरी ब्वॉय का काम शुरू किया। यही वो समय था जब सलेम अपनी दबंग छवि बनाने की कोशिश करने लगा। कहते हैं कि मुम्बई में देसी तमंचों (कट्टा) के बल पर छोटे-मोटे बिल्डरों से पैसे वसूलने की शुरुआत सलेम ने ही की। इसके बाद उसकी मुलाकात दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम से हुई और बाद में सलेम डी कंपनी में शामिल हो गया।
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