केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर बोले- कानून को अपना काम करने दें खिलाड़ी, समाप्त करें धरना

punjabkesari.in Friday, May 05, 2023 - 12:53 PM (IST)

लखनऊ: केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, एंथम, जर्सी, मशाल व मैस्कॉट की लॉन्चिंग कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजधानी लखनऊ पहुंचे। सीएम योगी ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का उद्घाटन किया। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के हर जनपद में एक स्टेडियम, ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम और ग्राम पंचायत स्तर पर खेल मैदान निर्माण की कार्रवाई को उत्तर प्रदेश सरकार आगे बढ़ा रही है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों से धरने को समाप्त करने की अपील की है।

PunjabKesari

जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की मांगे मान ली गई हैं अब खिलाड़ियों को धरना समाप्त कर देना चाहिए। ठाकुर ने कहा कि दिल्ली पुलिस FIR दर्ज कर चुकी है। कानून अपना काम कर रहा है जांच के बाद जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि अब तो इस मामले को सुप्रीम कोर्ट बंद कर दिया है। उन्होंने पहलवानों को भरोसा देते हुए कहा कि हम उनकी जायज मांगों को हम पूरा करेंगे खिलाड़ी अपना धरना समाप्त कर देना चाहिए।

PunjabKesari

उच्चतम न्यायालय के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने केस किया दर्ज 
बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये हैं। बृजभूषण के खिलाफ खिलाड़ियों ने मोर्चा खोला।  उसके बाद खिलाड़ी दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठ गए। मामले में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों से बातचीत की। उन्होंने न्याय का भरोषा दिलाया। लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिससे नाराज खिलाड़ियों ने फिर से धरने पर बैठ गए हैं। मामले में उच्चतम न्यायालय ने इससे पहले इस बात का संज्ञान लिया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है और सात शिकायतकर्ताओं को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की गयी है। प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने पहलवानों के वकील की इस मौखिक याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सिंह के खिलाफ चल रही जांच की निगरानी उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय के कोई सेवानिवृत्त न्यायाधीश करें। हालांकि उच्चतम न्यायालय ने पहलवानों को आगे और राहत के लिए उच्च न्यायालय या संबंधित मजिस्ट्रेट के पास जाने की स्वतंत्रता दी।
 

प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कार्यवाही की बंद
पीठ में न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला भी शामिल रहे। पीठ ने इस पर संज्ञान लिया कि उसके समक्ष मौजूद याचिका में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है और यह लक्ष्य पूरा हो चुका है। मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रही तीन महिला पहलवानों की याचिका पर सुनवाई करते हुए करते हुए पीठ ने कहा, ‘‘इस अदालत के समक्ष शुरू की गई प्रक्रिया के अधिकार क्षेत्र का सम्मान करते हुए और प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अब हम इस स्तर पर कार्यवाही बंद कर रहे हैं।'

' वहीं, दिल्ली पुलिस की ओर से पक्ष रख रहे सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने शुरुआत में पीठ को बताया कि शीर्ष अदालत के 28 अप्रैल के आदेश के अनुसार शिकायतकर्ता पहलवानों के खतरा के संबंध में पुलिस ने आकलन किया है। उन्होंने पीठ से कहा कि नाबालिग शिकायतकर्ता और छह अन्य महिला पहलवानों के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किये गये हैं। मेहता ने कहा कि नाबालिग शिकायतकर्ता समेत चार पहलवानों के बयान दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 161 के तहत दर्ज किये गये हैं। अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में पदक जीतने वाले कई पहलवान यहां जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित समिति के निष्कर्षों को सार्वजनिक करने की मांग और बृजभूषण को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ramkesh

Related News

static