ज्ञानवापी मामले में कोर्ट के फैसले का UP BJP ने किया स्वागत, कहा- सर्वे से सच सामने आएगा
punjabkesari.in Thursday, Aug 03, 2023 - 03:27 PM (IST)

लखनऊ: इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के सर्वे की अनुमति दिए जाने के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बृहस्पतिवार को कहा कि सर्वेक्षण से सच्चाई सामने आ जायेगी और सभी को फैसले को स्वीकार करते हुए इसमें सहयोग करना चाहिए।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने एक ट्वीट में कहा, ''ज्ञानवापी मामले में माननीय उच्च न्यायालय के फैसले का हम स्वागत करते है। माननीय न्यायालय के निर्णय को स्वीकार करते हुए सभी को सहयोग करना चाहिए।'' उन्होंने ट्वीट में कहा, ''सर्वे से सच सामने आएगा। ज्ञानवापी में जो भी प्रत्यक्ष रूप से परिलक्षित हो रहा है, वह ऐतिहासिक सच्चाई है और करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ विषय है। ज्ञानवापी की ऐतिहासिक वास्तविकता को सभी को समझना चाहिए और स्वीकार भी करना चाहिए। न्यायालय की प्रक्रिया का पूर्ण सम्मान है।'' इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को अपने फैसले में मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज करते हुए एएसआई सर्वेक्षण की अनुमति दी है।
कोर्ट के इस फैसले पर वरिष्ठ वकील हरिशंकर जैन का बयान सामने आया है। हरिशंकर जैन ने कहा, वहां ऐसे अनगिनत साक्ष्य मौजूद हैं जो बताते हैं कि यह एक हिंदू मंदिर था। ASI सर्वे से तथ्य सामने आएंगे। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि असली 'शिवलिंग' वहां मुख्य गुंबद के नीचे छुपाया गया है। इस सच्चाई को छुपाने के लिए वे (मुस्लिम पक्ष) बार-बार आपत्ति जता रहे हैं। वे जानते हैं कि इसके बाद यह मस्जिद नहीं रहेगी और वहां भव्य मंदिर बनने का रास्ता साफ हो जाएगा। चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने कहा कि सर्वे पर लगी रोक समाप्त की जाती है। कोर्ट ने एएसआई सर्वे को लेकर एएसआई की तरफ से दिए हलफनामे को लेकर कहा कि उस पर अविश्वास करने का कोई आधार नहीं है।