धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में ATS की बड़ी कार्रवाई: ग्रेटर नोएडा से फरहान नबी सिद्दीकी गिरफ्तार, विदेश से हवाला के जरिए आए करोड़ों रुपए का खुलासा

punjabkesari.in Sunday, Nov 09, 2025 - 09:56 AM (IST)

Greater Noida: उत्तर प्रदेश एटीएस (Anti-Terrorist Squad) ने ग्रेटर नोएडा के कासना क्षेत्र से फरहान नबी सिद्दीकी नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उस पर धार्मिक पुस्तकों के प्रकाशन के नाम पर समाज में नफरत और वैमनस्य फैलाने का आरोप है।

एटीएस को मिली थी गुप्त सूचना
एटीएस को सूचना मिली थी कि कासना, ग्रेटर नोएडा की एक निजी कंपनी से ऐसी किताबें छापी और वितरित की जा रही हैं, जो समाज में धार्मिक और सामाजिक समूहों के बीच दुश्मनी और उन्माद फैलाने का काम कर रही हैं। इस सूचना के बाद एटीएस ने जांच शुरू की।

जांच में सामने आई कंपनियों की साजिश
जांच के दौरान एटीएस को पता चला कि फरहान नबी, उसके सहयोगी नासी तोर्बा और कुछ अन्य लोगों ने मिलकर कई कंपनियां बनाई थीं –
- M/S Istanbul International Pvt. Ltd.
- M/S Hakikat Vakfi Foundation
- M/S Real Global Express Logistic Pvt. Ltd.
इन कंपनियों के जरिए Hakikat Printing Publication, पता — D-192, साइट EPIP, कासना, ग्रेटर नोएडा से धार्मिक उन्माद फैलाने वाली किताबें छापी जा रही थीं।

विदेश से हवाला के जरिए आया करोड़ों रुपए का फंड
एटीएस ने बताया कि इन कंपनियों को विदेश से हवाला के जरिए करोड़ों रुपये भेजे गए। पैसे तुर्की और जर्मनी से आए थे।फरहान नबी न केवल इस पैसे का इस्तेमाल कर रहा था, बल्कि विदेश से आने वाले लोगों को बिना किसी सरकारी जानकारी के अपने ठिकाने पर ठहराता भी था। एटीएस को यह भी जानकारी मिली कि फरहान ने भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को शरण दी थी।

हवाला के पैसे से जमीन खरीदने का खुलासा
जांच में यह भी सामने आया कि फरहान नबी और नासी तोर्बा ने करीब 11 करोड़ रुपए हवाला के जरिए प्राप्त किए, जिनसे उत्तर प्रदेश के अमरोहा और पंजाब में मदरसे, मस्जिदों और कंपनियों के नाम पर भूमि खरीदी गई।

एटीएस ने फरहान नबी को किया गिरफ्तार
जांच के आधार पर एटीएस ने M/S Istanbul International Pvt. Ltd. के सह-निदेशक फरहान नबी सिद्दीकी को ग्रेटर नोएडा के कासना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। अब एटीएस इस बात की जांच कर रही है कि इस पूरी साजिश के पीछे विदेशी संगठनों की भूमिका कितनी गहरी है और क्या इसका भारत के अन्य राज्यों में भी नेटवर्क फैला हुआ है।

एटीएस का बयान
एटीएस अधिकारियों के मुताबिक, फरहान नबी सिद्दीकी धार्मिक और सामाजिक वैमनस्य फैलाने वाली गतिविधियों में शामिल था। उसे विदेशी फंडिंग मिल रही थी और वह हवाला के जरिए पैसा भारत लाकर धार्मिक संस्थाओं के नाम पर जमीन खरीद रहा था।


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Content Editor

Anil Kapoor

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