रमजान-होली को लेकर अलर्ट मोड पर यूपी पुलिस, DGP ने दिए ये निर्देश
punjabkesari.in Monday, Mar 03, 2025 - 09:52 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने रमजान, होली और ईद-उल-फितर सहित आगामी त्योहारों के मद्देनजर रविवार को दो टूक हिदायत दी कि कोई भी नयी परंपरा शुरू करने की अनुमति न दी जाए। कुमार ने आने वाले त्योहारी मौसम में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
डीजीपी ने दिए ये निर्देश
पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, बैठक राज्य भर में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने पर केंद्रित थी और उत्सव के दौरान शांति, सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट उपायों के साथ कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। बयान के मुताबिक, बैठक में डीजीपी ने सहयोगी अधिकारियों को निर्देश दिया कि त्योहारों के दौरान किसी प्रकार की नई परंपरा शुरू करने की अनुमति न दी जाए और सभी त्योहार पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के अनुरूप संपन्न कराए जाएं। उन्होंने कहा कि धर्मगुरुओं/शांति समिति की बैठक पहले से ही वरिष्ठ अधिकारी की अध्यक्षता में करा ली जाए और बैठक के दौरान यदि कोई विवाद की बात संज्ञान में आती है, तो तत्काल उसका संबंधित विभागों के सहयोग से समाधान करा लिया जाए।
'जुमे की नमाज को लेकर सभी धर्म के संभ्रांत नागरिकों से बात करें'
डीजीपी ने कहा कि पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण कर होलिका दहन और जुमे की नमाज को लेकर सभी धर्म के संभ्रांत नागरिकों से बात करें और यदि कोई विवाद सामने आता है, तो उच्चाधिकारियों को तुरंत अवगत कराते हुए संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर समय से निस्तारण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि दंगा नियंत्रण योजना का अभ्यास कराते हुए सभी उपकरणों की गुणवत्ता, उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए तथा उन्हें महत्वपूर्ण स्थानों पर व्यवस्थापित किया जाए।
'तेजी से उचित कानूनी कार्रवाई करें..'
डीजीपी ने खुफिया तंत्र को और अधिक सतर्क रहने को कहा, खासकर असामाजिक, अवांछनीय और सांप्रदायिक तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए। अधिकारियों को सलाह दी गई कि वे छोटी से छोटी जानकारी को भी गंभीरता से लें और तेजी से उचित कानूनी कार्रवाई करें। बैठक में राज्य भर के सभी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक और जिला प्रभारी उपस्थित थे।