Jhansi News: यूपीडा ने दी मंजूरी, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा झांसी

punjabkesari.in Tuesday, Jan 17, 2023 - 04:57 PM (IST)

झांसी: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने झांसी वासियों को लिए बड़ा तोहफा दिया है। पिछले दिनों बनकर तैयार हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway ) अब झांसी को जोड़ने की मंजूरी दे दी है। दरअसल, झांसी के लोग मांग कर रहे थे कि  डिफेंस कोरिडोर को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Expressway ) से जोड़ा जाए। यूपीडा ने इस को मंजूरी दे दी है। अब 100 किलोमीटर लंबा झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। । यह लिंक एक्सप्रेस-वे गरौठा से होते हुए एरच तक जाएगा। एरच में ही ये डिफेंस कोरिडोर से जुड़ जाएगा। बता दें कि चित्रकूट से इटावा तक बना बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway ) 296 किमी लंबा है। ये बुंदेलखंड के 5 जिलों चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर व जालौन को जोड़ता है। इसके अलावा औरैया और इटावा से भी इससे लिंक है। 16 जुलाई 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जालौन के कैथेरी गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया था।

PunjabKesari

दरअसल, एक्सप्रेस-वे से झांसी को जोड़ने की मांग की जा रही थी। यह मांग अब पूरी हो गई है। यूपीडा ने इसके प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसे झांसी से जोड़ने के लिए 100 किमी लंबा नया झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। यूपीडा के मुताबिक नया झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय राजमार्ग 27 गरौठा से होते हुए एरच तक पहुंचेगा। एरच में यह डिफेंस कॉरिडोर से जुड़ जाएगा। इससे यहां के लोगों के लिए दिल्ली व लखनऊ सीधे पहुंचने के लिए एक्सप्रेस-वे का विकल्प उपलब्ध रहेगा।

PunjabKesari

गौरतलब है कि पिछले साल यूपीडा ने मुख्यमंत्री के समक्ष पांच नए लिंक एक्सप्रेस-वे ( Expressway ) बनाने का सुझाव रखा था। लेकिन, मुख्यमंत्री ने झांसी और चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे बनाने पर ही सहमति जताई थी। वहीं सीएम योगी ने कहा कि बांदा, महोबा, हमीरपुर और चित्रकूट जिलों में विकास की अपार संभावनाएं हैं। यहां धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है। हर जिला औद्योगिक विकास के अपार अवसरों से भरा है। पर्याप्त लैंडबैंक है। जनप्रतिनिधि गण को अपनी इन विशेषताओं से देश-दुनिया को परिचय कराना चाहिए। अपने क्षेत्र के उद्यमियों, व्यापारियों, प्रवासी जनों से संवाद-संपर्क बनाएं। उन्हें प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी की जानकारी दें।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ramkesh

Recommended News

Related News

static