UPUPPSC अभ्यर्थियों की मांग के आगे झुका आयोग, अब एक दिन और एक ही शिफ्ट में होगी PSC परीक्षा

punjabkesari.in Thursday, Nov 14, 2024 - 05:25 PM (IST)

UPPSC Protest in Prayagraj: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के ‘पीसीएस प्री' और ‘आरओ एआरओ' की परीक्षा दो दिन में संपन्न कराने के निर्णय के विरोध में अभ्यर्थियों की मांग को आयोग ने मान ली है। अब पुराने तरीके यानी एक ही दिन परीक्षा होगी। लेकिन अभ्यर्थी  लिखित आदेश की मांग कर रहे हैं। आरओ एआरओ' परीक्षा के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। 



आरओ एआरओ' को फिलहाल आयोग ने स्थगित कर दिया है। लेकिन अभ्यर्थी  लिखित आदेश की मांग पर अड़े हैं। छात्रों की मांग का सीएम योगी ने संज्ञान लिया उसके बाद UPPSC ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को एक दिवस में कराए जाने का निर्णय लिया है। सीएम ने आयोग से कहा कि वह  छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक निर्णय ले जो छात्रों के हित में हो। आरओ/एआरओ(प्रा.)परीक्षा-2023 के लिए आयोग द्वारा समिति का गठन समिति सभी पहलुओं पर विचार कर अतिशीघ्र अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

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पीसीएस प्री' और ‘आरओ एआरओ' की परीक्षा दो दिन कराने का छात्र कर रहें थे विरोध 
आप को बता दें के ‘पीसीएस प्री' और ‘आरओ एआरओ' की परीक्षा दो दिन में संपन्न कराने के निर्णय के विरोध में अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन आज चौथे दिन भी जारी  है।  बीते शाम आयोग ने परीक्षार्थियों की मांग को मान ली है। 

प्रतियोगी छात्रों के आग्रह पर दो दिन परीक्षा कराए जाने का लिया था फैसला: आयोग 
मंगलवार को उप्र लोक सेवा आयोग ने एक बयान जारी कर कहा था, ‘‘समय-समय पर प्रतियोगी छात्रों के आग्रह पर बदलते समय की जरूरतों को देखते हुए व्यवस्था/परीक्षा प्रणाली में सुधार किया जाता रहा है। आयोग ने कहा, ‘‘अभ्यर्थियों की सुविधा के मद्देनजर पीसीएस की मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय हटाने का अभूतपूर्व निर्णय किया गया। इसी तरह से, अभ्यर्थियों के लंबे समय से ‘स्केलिंग' हटाने की मांग पूरी की गई।

निजी संस्थानों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया
उप्र लोक सेवा आयोग के सचिव अशोक कुमार ने बताया था, ‘‘आयोग का दिशानिर्देश है कि सरकारी शिक्षण संस्थान को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाए और केंद्र मुख्यालय से 10 किलोमीटर के दायरे में हो। इससे पूर्व जब पेपर लीक हुआ था तो इन्हीं छात्रों ने मांग उठाई थी कि निजी संस्थानों को परीक्षा केंद्र ना बनाया जाए।  उन्होंने कहा, ‘‘जब सरकार ने छात्रों की मांग पर विचार करते हुए दिशानिर्देश बनाया तो अब ये छात्र विरोध कर रहे हैं। पीसीएस परीक्षा के लिए 5,76,000 परीक्षार्थियों का पंजीकरण है, जबकि सभी 75 जिलों में 4,35,000 परीक्षार्थियों के लिए ही सेंटर मिल पा रहे हैं। ऐसे में दो दिन परीक्षा कराना मजबूरी है।

लोक सेवा आयोग के गेट के सामने धरने पर बैठे छात्रों के हाथों में अलग अलग नारे लिखी तख्तियां थीं जिसमें किसी में ‘बटेंगे नहीं, हटेंगे नहीं, न्याय मिलने तक एक रहेंगे' तो किसी में लिखा था, ‘एक दिन, एक परीक्षा'। आयोग द्वारा ‘पीसीएस प्री' की परीक्षा के लिए सात और आठ दिसंबर की तिथि घोषित की गई है, वहीं समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ..एआरओ) प्री की परीक्षा के लिए 22 और 23 दिसंबर की तिथि घोषित की गई है।

 

 


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Content Writer

Ramkesh

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