नम आंखों से उत्तर प्रदेश के बाशिंदों ने जननायक को दी भावभीनी श्रद्धाजंलि

punjabkesari.in Friday, Aug 17, 2018 - 06:49 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत विभिन्न इलाकों में शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धाजंलि देने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री के सम्मान में समूचे उत्तर प्रदेश में बैंक,शिक्षण संस्थान और सरकारी दफ्तर बंद रहे। वहीं व्यापारियों ने दुकाने बंद रखकर अपने चहेते नेता को अश्रुपूरित नेत्रों से श्रद्धाजंलि अर्पित की। 

वाजपेयी की लोकप्रियता का अंदाज यूं लगाया जा सकता है कि राज्य के अधिकांश गांव और कस्बों पर भी अजीब सा सन्नाटा पसरा रहा। बाजार, हाट,चौपाल और गलियां सूनी रहीं। इस दरम्यान हर तरफ पूर्व प्रधानमंत्री से जुड़े किस्से चर्चा का विषय बने रहे।  नई दिल्ली में वाजपेयी की अंतिम यात्रा शुरू होते ही लोगबाग टेलीविजन चैनलों से चिपक गये जिससे सडकों पर यातायात काफी कम हो गया। कानपुर, देवरिया,इलाहाबाद,वाराणसी,आगरा,इटावा,अलीगढ,बरेली और हाथरस समेत राज्य के तमाम इलाकों में पूर्व प्रधानमंत्री के स्ममान में शोकसभाओं का आयोजन किया गया और उनके चित्र पर माल्यार्पण कर महान नेता को श्रद्धाजंलि अर्पित की गयी।  

लखनऊ में अमीनाबाद,आलमबाग,हजरतगंज,नाका ङ्क्षहडोला और निशातगंज समेत तमाम इलाकों में बाजार बंद रहे। इस दौरान कुछ खुदरा व्यापारियों के दुकानों के शटर आधे गिरे थे। चौक इलाके में सर्राफा व्यापारियों ने एक शोक सभा का आयोजन कर लखनऊ के पूर्व सांसद को श्रद्धाजंलि अर्पित की। सीएमएस स्कूल में भारत रत्न के सम्मान में आयोजित शोक सभा में दिवंगत नेता को याद किया गया। शाम को डायल 100 चौराहे पर पूर्व प्रधानमंत्री की पेंटिंग बनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।  

मऊ से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले के तमाम मीडियाकर्मियों ने नगर स्थित एक प्लाजा में भारत रत्न को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर एक शोकसभा का आयोजन किया गया जिसमे वाजपेयी से जुड़े संस्मरणों पर चर्चा की गयी। शोकसभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह ने कहा कि अटल जैसे महान व्यक्तित्व का दुनिया से जाना एक अपूरणीय क्षति है, जिसकी आने वाले काफी समय तक भरपाई नहीं किया जा सकता।   

लखनऊ के सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक जगदीश गांधी ने अटल के निधन पर दु:ख प्रकट करते हुए कहा कि वह एक महान राजनेता ही नहीं वरन् एक महान व्यक्तित्व थे। अटल विश्व शान्ति के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने अपनी लोकप्रिय कविता‘हम जंग न होने देंगे, विश्व शान्ति के हम साधक है, जंग न होने देंगे’के द्वारा सारी दुनिया में भारत की गौरवपूर्ण संस्कृति के आदर्श को फैलाया था।  


 


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Ruby

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