हार गई यमुना! 5 वर्षीय अदिति और सक्षम के हौसले के आगे... 20 मिनिट में 700 मीटर चौड़ी यमुना नदी को तैरकर किया पार

punjabkesari.in Tuesday, Jun 24, 2025 - 04:04 PM (IST)

Prayagraj News, (सैय्यद आकिब रजा): कहते है हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है, जिस तरफ भी चल पड़ेंगे रास्ता हो जाएगा। बस इरादा और कोशिश हमेशा पक्की होनी ही चाहिए। ऐसे में इसी कहावत को सच करके दिखाया है संगम नगरी प्रयागराज के 5 साल के दो नन्हे मासूम बच्चों ने। 5 साल की अदिति खन्ना और सक्षम साहू ने 700 मीटर चौड़ी और 30 फीट गहरी यमुना नदी को हंसते हुए पानी में अठखेलियां करते हुए कब पार कर लिया पता ही नहीं चला। अदिति ने 20 मिनट में तो सक्षम ने 22 मिनट 30 सेकंड में यमुना नदी को पारकर सभी को  आश्चर्यचकित कर दिया। दोनों नन्हें बच्चों के जज्बे और हिम्मत को देख लोग आश्चर्यचकित रह गए। नन्ही अदिति को "जलपरी" और सक्षम को "यमुना पुत्र" का खिताब दिया गया।
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इस कीर्तिमान और हुनर के लिए माता-पिता और गुरु का सबसे बड़ा श्रेय
बता देँ कि अदिति और सक्षम दोनों अपने परिवार के साथ सिंधुसागर घाट से सुबह 6: 40 मिनट पर महेवाघाट की तरफ तैरना शुरू किया जिसमें अदिति 20 मिनिट में 700 मीटर की यमुना नदी को पार करके पहुंची। वहीं सक्षम 22 मिनट 30 सेकंड पर पहुंचा। इस दौरान जैसे ही दोनों पहुंचे सैकड़ों लोगों ने तालिया की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश स्विमिंग एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट विकास चंद्र श्रीवास्तव भी मौजूद रहे। उन्होंने दोनों बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि दोनों बच्चों के इस कीर्तिमान और हुनर के लिए माता-पिता और गुरु का सबसे बड़ा श्रेय है क्योंकि सबसे पहले इन दोनों बच्चों की प्रतिभा को पहचाना है।
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अदिति खन्ना और सक्षम मौर्य बीते 20 दिनों से तैराकी के गुण अपने गुरु त्रिभुवन निषाद से सीख रहे हैं और रोजाना दो घंटे यमुना नदी में ही तैराकी के अलग अलग हुनर भी समझ रहे हैं। गुरु त्रिभुवन निषाद का कहना है कि दोनों ही बच्चे 20 दिन पहले नवजीवन क्लब में दाखिला लिए। ऐसे में इतने कम समय में और इतनी कम उम्र के दोनों बच्चों ने यमुना नदी को पार किया है यह बड़ी बात है। अदिति और सक्षम जब दोनों नदी पार कर रहे थे तो पंजाब केसरी की टीम भी इस ऐतिहासिक पल को कैमरे में कैद कर रही थी। यमुना नदी पार करने के बाद जलपरी अदिति यमुना पुत्र सक्षम और उनके गुरु त्रिभुवन निषाद ने पंजाब केसरी से खास बातचीत की।


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Content Editor

Mamta Yadav

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