गोरखपुर से चुनाव लडेंगे योगी आदित्यनाथ, यहां से 5 बार सांसद बनने के बाद बने थे CM

punjabkesari.in Saturday, Jan 15, 2022 - 03:44 PM (IST)

गोरखपुर: गोरखपुर विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भाजपा ने मैदान में उतारा है। ऐसे में चार बार से लगातार विधायक रहे राधा मोहन दास अग्रवाल का टिकट कट चुका है। गोरखपुर सदर से हालांकि यह पहली लिस्ट है। अभी आगे आने वाली लिस्ट में कौन-कौन उम्मीदवार होता है और कहां से पता चलेगा।

 

गोरखपुर शहर का 5 बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं योगी
योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने से पहले गोरखपुर शहर का 5 बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 2014 से पहले 1998 के बीच में वह 5 बार यहां से सांसद रह चुके हैं। ऐसे में गोरखपुर के लोग गोरखपुर के आबोहवा उनके लिए नई नहीं है। गोरखपुर उनकी कर्मभूमि हुई है हालांकि विगत दिनों यह कयास लगाए जा रहे थे कि वह अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन आज लिस्ट के आते ही यह पूरी तरह से खारिज कर दिया गया अब वह गोरखपुर सदर सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे ऐसे में यह जानना बड़ा जरूरी हो जाता है कि आखिर बीजेपी ने उन्हें गोरखपुर से ही क्यों मैदान में उतारने का सोचा है।

 

योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह नेगी है। अजय सिंह नेगी का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में हुआ था। उन्होंने गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया। वो गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के महंत हैं। आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महंत अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। वो हिंदू युवावाहिनी के संस्थापक भी हैं, जो कि हिन्दू युवाओं का सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है।

 

1998 से लगातार गोरखपुर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं योगी
योगी आदित्यनाथ 1998 से लगातार गोरखपुर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। योगी यूपी बीजेपी के बड़े चेहरे माने जाते थे। 2014 में पांचवी बार योगी सांसद बने। उनके गुरु अवैद्यनाथ ने 1998 में राजनीति से संन्यास लिया और योगी आदित्यनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। यहीं से योगी आदित्यनाथ की राजनीतिक पारी शुरू हुई। 1998 में गोरखपुर से 12वीं लोकसभा का चुनाव जीतकर योगी आदित्यनाथ संसद पहुंचे तो वह सबसे कम उम्र के सांसद थे, वो 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने।

योगी आदित्यनाथ ने हिंदू युवा वाहिनी का गठन किया और धर्म परिवर्तन के खिलाफ मुहिम छेड़ दी। कट्टर हिंदुत्व की राह पर चलते हुए उन्होंने कई बार विवादित बयान दिए। योगी विवादों में बने रहे, लेकिन उनकी ताकत लगातार बढ़ती गई। 2007 में गोरखपुर में दंगे हुए तो योगी आदित्यनाथ को मुख्य आरोपी बनाया गया, गिरफ्तारी हुई और इस पर कोहराम भी मचा। योगी के खिलाफ कई अपराधिक मुकदमे भी दर्ज हुए।

गोरखपुर सीट से दावेदारी सुनने के बाद काफी खुश हैं लोग
अयोध्या सीट बीजेपी के लिए सुरक्षित सीट मानी जा सकती है, लेकिन गोरखपुर की बात करें तो योगी आदित्यनाथ के मार्फत यह सीट बहुत ही सुरक्षित है। क्योंकि गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर है योगी आदित्यनाथ इसलिए यहां की जनता उन्हें खासा पसंद करती है और यहां के लोगों में उनके गोरखपुर सीट से दावेदारी सुनने के बाद काफी खुश है। 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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