'Baby I Love You मेरे कमरे में आओ...', छात्राओं को छूआ, अश्लील मैसेज भेजे, चैतन्यानंद की 'डर्टी पिक्चर' का खुला राज, यूपी के इस शहर में तलाश कर रही पुलिस
punjabkesari.in Thursday, Sep 25, 2025 - 04:23 PM (IST)

आगरा: दिल्ली के पॉश इलाके वसंत कुंज स्थित शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के प्रमुख चैतन्यानंद सरस्वती पर छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने का गंभीर आरोप लगा है। यह मामला तब सामने आया जब दो ई-मेल के जरिए उनकी शर्मनाक करतूतों का खुलासा हुआ। एक 21 साल की छात्रा ने बताया कि चैतन्यानंद उसे और अन्य छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजता था और इस काम में कॉलेज की तीन महिला कर्मचारी उसका साथ देती थीं। तीन राज्यों की पुलिस इस आरोपी की तलाश कर रही है। इसकी आखिरी लोकेशन यूपी मिली है।
यूपी के इस शहर में मिली लोकेशन
दिल्ली पुलिस इस आरोपी की तलाश लगातार कर रही है। इसी बीच उसकी आखिरी लोकेशन यूपी के आगरा जिले में मिली है। इसके बाद आगरा पुलिस भी जांच और आरोपी की तलाश में जुट गई है। पुलिस ये जांच कर रही है कि आखिर बाबा कब आगरा आया था, कहां रुका था, कौन ऐसा व्यक्ति था जो बाबा को शरण दिए हुए था। उड़ीसा और दिल्ली के बाद अब आगरा पुलिस भी स्वामी चैतन्यानंद की तलाश कर रही है।
दो ईमेल ने खोला सालों पुराना राज
इस मामले की शुरुआत 28 जुलाई को हुई जब इंस्टीट्यूट की एक पूर्व छात्रा ने प्रबंधन को एक पत्र लिखकर चैतन्यानंद के दुर्व्यवहार के बारे में बताया। इसके बाद 1 अगस्त को भारतीय वायु सेना के एक ग्रुप कैप्टन ने भी ईमेल भेजा, जिसमें उन्होंने बताया कि चैतन्यानंद देर रात में व्हाट्सएप पर छात्राओं को अश्लील संदेश भेजता है और उन पर दबाव बनाता है। इन दोनों ई-मेल ने इस पूरे मामले को उजागर करने में अहम भूमिका निभाई।
17 छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप
ई-मेल मिलने के बाद इंस्टीट्यूट की गवर्निंग काउंसिल ने 3 अगस्त को 30 से ज्यादा छात्राओं के साथ एक ऑनलाइन बैठक की। इनमें से कम से कम 17 छात्राओं ने चैतन्यानंद पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने, अश्लील संदेश भेजने और जबरन शारीरिक संबंध बनाने के आरोप लगाए। इन पीड़िताओं में ज्यादातर आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग की छात्राएँ थीं जिन्हें उनकी आर्थिक स्थिति का फायदा उठाकर परेशान किया जाता था। लड़कियों के हॉस्टल में सुरक्षा के नाम पर गुप्त कैमरे भी लगाए गए थे।
"बेबी, मैं तुमसे प्यार करता हूं"
छात्राओं ने खुलासा किया कि इस पूरे मामले में इंस्टीट्यूट की तीन महिला कर्मचारी भी चैतन्यानंद का साथ देती थीं। इनमें से एक संस्थान की एसोसिएट डीन भी थी। इन महिलाओं पर आरोप है कि वे छात्राओं को चैतन्यानंद की बात मानने के लिए मजबूर करती थीं। अगर कोई छात्रा उनकी बात नहीं मानती थी तो उसे परीक्षा में फेल करने या उसकी स्कॉलरशिप रोकने की धमकी दी जाती थी। एक पीड़िता ने बताया कि चैतन्यानंद ने उसे "बेबी, मैं तुमसे प्यार करता हूं", "तुम बहुत सुंदर हो" जैसे मैसेज भेजे थे। जब उसने इसकी शिकायत की तो टीचर्स ने उसे चैट डिलीट करने के लिए मजबूर किया। पीड़िता ने यह भी बताया कि विरोध करने पर उसके परीक्षा के नंबर भी जानबूझकर काटे गए थे। फिलहाल आरोपी चैतन्यानंद फरार है और तीन राज्यों की पुलिस उसकी तलाश कर रही है।