दारोगा की मौत पर 2 पत्नियों के बीच खूनी झड़प, पुलिस ने शांत कराया हाईवोल्टेज ड्रामा; अंत में पिता के हवाले किया शव
punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 12:51 PM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक दारोगा की मौत के बाद उसकी 2 पत्नियों के बीच जमकर विवाद और मारपीट हो गई। दोनों महिलाएं शव लेने के लिए भिड़ गईं। मामले को पुलिस ने समय रहते संभाला और शव को दारोगा के पिता को सुपुर्द कर दिया। अंतिम संस्कार जौनपुर जिले में किया गया।
घटना की पूरी जानकारी
दारोगा संजय पाठक की दो शादियां हुई थीं। वे उरई में तैनात थे और दूसरी पत्नी के साथ लखनऊ में रहते थे। उनकी पहली पत्नी चंद्रकुमारी जौनपुर में रहती थी और उनसे चार बच्चे हैं — तीन बेटियां और एक बेटा। सोमवार की रात अचानक संजय पाठक की तबीयत बिगड़ी और अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत से पहली पत्नी चंद्रकुमारी ने शक जताया और अपने परिवार के साथ लखनऊ पहुंच गई।
शव लेने पर दोनों पत्नियों में विवाद
बीते मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद जब शव लेने की बारी आई तो दोनों पत्नियां चंद्रकुमारी और आराधना शव को लेकर आपस में भिड़ गईं। चंद्रकुमारी ने शव उन्हें देने की मांग की तो दूसरी तरफ आराधना ने भी अपना हक जताया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों के बीच मारपीट तक हो गई। स्थानीय पुलिस जब तक पहुंची, तब तक विवाद चरम पर था। पुलिस ने बातचीत कर मामला शांत कराया। आखिरकार शव दारोगा के पिता को सौंपा गया, जिन्होंने जौनपुर ले जाकर उनका अंतिम संस्कार किया।
मौत की वजह का अभी तक नहीं हुआ खुलासा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। डॉक्टरों ने विसरा जांच के लिए नमूने सुरक्षित रखे हैं। पुलिस जांच कर रही है कि मौत कैसे हुई।
विवाद की बड़ी वजह और आरोप-प्रत्यारोप
चंद्रकुमारी के बेटे ने आरोप लगाया कि उसके पिता ने बिना तलाक दिए दूसरी शादी की थी। उन्होंने यह भी कहा कि आराधना ने संपत्ति के लालच में संजय को स्लो प्वाइजन देकर मार डाला। दूसरी तरफ आराधना ने कहा कि संजय की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है। आराधना के दो बेटे हैं और उनकी शादी 2016 में हुई थी।