लखनऊ में लिव-इन का खूनी अंत! रत्ना और बेटियों ने मिलकर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सूर्य प्रताप का गला रेता—घर के अंदर 3 CCTV, शक-शिकायत और साजिश का पूरा खेल बेनकाब!
punjabkesari.in Tuesday, Dec 09, 2025 - 01:30 PM (IST)
Lucknow News: लखनऊ के बीबीडी थाने के सलारगंज ग्रीन सिटी कॉलोनी से रविवार देर रात एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। जहां की रहने वाली रत्ना नाम की महिला ने अपने लिव-इन पार्टनर सूर्य प्रताप सिंह की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। घटना की जानकारी पड़ोसियों को मिली तो पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची, शव को कब्जे में लिया और फोरेंसिक टीम की मदद से जांच शुरू कर दी।
कैसे शुरू हुआ दोनों का रिश्ता?
पुलिस जांच में पता चला कि सूर्य प्रताप सिंह मूल रूप से देवरिया का रहने वाला था और अपने पिता नरेंद्र सिंह के साथ लखनऊ के जानकीपुरम में रहता था। करीब 12 साल पहले सूर्य, रत्ना की दोनों बेटियों को ट्यूशन पढ़ाने जाता था। उसी समय रत्ना के पति राजेंद्र कुमार की शराब पीने की आदत के कारण मौत हो गई। पति की मौत के बाद रत्ना और सूर्य के बीच नजदीकियां बढ़ीं और दोनों ने साथ रहने का फैसला कर लिया। पिछले 5 साल से दोनों अपनी दो बेटियों के साथ एक ही घर में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। परंतु पिछले कुछ महीनों से उनके बीच झगड़े बढ़ते जा रहे थे— जमीन और मकान को लेकर विवाद, बेटियों की पढ़ाई और आजादी को लेकर तकरार।
हत्या की रात क्या हुआ?—रत्ना का दावा
पुलिस पूछताछ में रत्ना ने एक चौंकाने वाला बयान दिया। उसने आरोप लगाया कि सूर्य उसकी बड़ी बेटी पर गंदी नजर रखता था और उसे गलत तरीके से छूता था। रत्ना के मुताबिक—रविवार रात सूर्य ने बड़ी बेटी के मोबाइल में किसी लड़के का फोटो देखा, इसके बाद वह उसे कमरे में घसीटकर बंद कर रहा था, चीख सुनकर रत्ना और छोटी बेटी पहुंचीं, सूर्य ने मारपीट भी की। रत्ना ने बताया कि जब उसने बेटी को बचाने की कोशिश की, तो गुस्से में उसने चाकू उठा लिया। बेटियों ने सूर्य को पकड़ लिया और रत्ना ने उसके गले पर चाकू से वार कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि पुलिस इस दावे की क्रॉस-वेरिफिकेशन कर रही है और इसे अभी अंतिम सच नहीं मान रही।
क्या यह हत्या पहले से प्लान थी? पुलिस के शक की वजह
पुलिस को शुरुआती जांच में शक है कि यह सिर्फ एक दिन का गुस्सा नहीं था, बल्कि पहले से भी योजना हो सकती है। पुलिस के अनुसार— सूर्य घर में तीन सीसीटीवी कैमरे लगाकर बेटियों की हर हरकत पर नजर रखता था। उसने बड़ी बेटी की पढ़ाई छुड़वा दी थी और घर में ही रहने को मजबूर कर दिया था। घर में लगातार तनाव बना रहता था। रत्ना ने बताया कि जिस मकान में सब रह रहे थे, वह प्लॉट सूर्य ने खरीदा था, लेकिन निर्माण का खर्च उसने अपने पति की मृत्यु के बाद मिली रकम से किया था। इसी वजह से दोनों में मकान के मालिकाना हक को लेकर अक्सर झगड़ा होता था। कार को लेकर भी दोनों में विवाद रहता था, जिसे रत्ना ने पति की मृत्यु के बाद मिली रकम से खरीदा था।
मृतक के पिता का आरोप
सूर्य के पिता नरेंद्र सिंह ने गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि रत्ना और उसकी बेटियां मेरे बेटे के पैसों पर ऐश कर रही थीं। वह कई बार बेटे को समझाते थे, पर वह बात नहीं मानता था। जिस दिन हत्या हुई, उसी दिन सूर्य ने पिता से बात की थी और पैसे भेजे थे। घर वाले सूर्य की शादी के लिए रिश्ता देख रहे थे।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने सूर्य का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रत्ना और उसकी दोनों बेटियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है— रत्ना का दावा सच है या कहानी गढ़ी गई?, क्या हत्या की पहले से प्लानिंग थी? सीसीटीवी फुटेज में क्या मिला?

