विवाहिता की मौत या हत्या? 3 महीने बाद DM के आदेश पर कब्र से निकाला गया शव, पिता का आरोप- हत्या कर था दफनाया

punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2025 - 01:44 PM (IST)

Bijnor News: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां के डीएम के आदेश पर 3 महीने पहले दफनाए गए एक महिला के शव को कब्र से बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। महिला के पिता को शक था कि उनकी बेटी की हत्या कर ससुराल वालों ने उसे गुपचुप तरीके से दफना दिया था। अब पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि मामले की सच्चाई का पता चल सके।

जानिए, क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, यह मामला बिजनौर के शेरकोट मोहल्ला का है, जहां रहने वाले सईद अंसारी ने अपनी बेटी शाइस्ता की शादी 2013 में अफजलगढ़ के गांव नाबका के रहने वाले नाजिम से की थी। सईद का आरोप है कि शादी के बाद से ही उनकी बेटी को ससुराल में मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी जाती थी। कई बार उसे खाना भी नहीं दिया जाता था, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी थी।

शाइस्ता के पिता ने ससुराल वालों पर लगाए गंभीर आरोप
सईद का कहना है कि जब शाइस्ता बीमार पड़ी, तो उसके ससुराल वालों ने उसे गलत इंजेक्शन लगाया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। लेकिन ससुराल वालों ने इसकी सूचना नहीं दी और चुपचाप शव को दफनाकर मामले को दबा दिया। जब शाइस्ता के पड़ोसियों से सईद को उसकी मौत के बारे में जानकारी मिली, तो वह तुरंत अफजलगढ़ पहुंचे। ससुराल वालों ने दावा किया कि शाइस्ता की मौत बीमारी के कारण हुई थी। लेकिन कुछ समय बाद स्थानीय लोगों ने सईद को बताया कि शाइस्ता की मौत प्राकृतिक नहीं थी, बल्कि उसे मारा गया था।

शव को कब्र से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा
इसके बाद सईद ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई और अधिकारियों से अनुरोध किया कि शाइस्ता के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराया जाए ताकि मौत की असल वजह सामने आ सके। सईद की लगातार कोशिशों के बाद प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया और डीएम के आदेश पर तहसीलदार कपिल कुमार आजाद और थाना प्रभारी सुमित राठी की मौजूदगी में शाइस्ता के शव को कब्र से बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

पुलिस और प्रशासन पोस्टमार्टम रिपोर्ट का कर रहे हैं इंतजार
अब पुलिस और प्रशासन पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि शाइस्ता की मौत प्राकृतिक थी या फिर उसे हत्या कर दफनाया गया था। यदि हत्या की पुष्टि होती है, तो पुलिस ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। सईद अंसारी का कहना है कि उन्हें अपनी बेटी के लिए न्याय चाहिए और वह इस मामले को लेकर संघर्ष जारी रखेंगे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Anil Kapoor

Related News

static