कन्नौज हादसे में जान गंवाने वाले डॉक्टर के भाई ने खोला राज, ''दोस्त की जिद पर गए थे साथ''... ''रात में हुई बात के बाद आई मौत की खबर''
punjabkesari.in Wednesday, Nov 27, 2024 - 03:23 PM (IST)
Kannauj News: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर आज तड़के एक भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसमें सैफई मेडिकल कॉलेज में कार्यरत एक डॉक्टर समेत 5 लोग जान गंवा बैठे। हादसे में एकमात्र जीवित व्यक्ति की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। मृतकों में सभी लोग अलग-अलग जिलों के रहने वाले थे और वे मेडिकल से जुड़ी पढ़ाई और कार्य में लगे हुए थे।
हादसे में जान गंवाने वाले लोग
मृतकों में एक नाम अरुण का भी है, जो कन्नौज जिले के तेरामल्लू गांव के निवासी थे। अरुण सैफई मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद डॉक्टर के पद पर कार्य कर रहा था और एमडी की पढ़ाई भी कर रहा था। इस हादसे में जान गंवाने वाले अन्य लोग संतोष कुमार (लैब टेक्निशियन), राकेश कुमार (स्टोर कीपर) और 3 अन्य एमबीबीएस छात्र थे, जो एमडी की पढ़ाई कर रहे थे।
परिवार में गम और जिम्मेदारियों का बोझ
हादसे की खबर पाकर अरुण के परिवार में गम का माहौल है। उसके छोटे भाई पवन कुमार, जो कानपुर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है ने बताया कि अरुण पर हम भाइयों की पढ़ाई के साथ-साथ बहनों की शादी की जिम्मेदारी भी थी। वह हमेशा कहते थे कि एमडी की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही शादी करेंगे। पवन ने बताया कि एक रात पहले ही अरुण से फोन पर बात हुई थी। उस दौरान अरुण ने बताया कि वह लखनऊ में दोस्तों के साथ एक शादी समारोह में शामिल हुए है और रात में वापस लौटने का प्लान है। पवन ने बताया कि उन्हें मन में ख्याल आया था कि भाई से कह दूं कि लखनऊ से वापस लौटते वक्त आराम से आना, लेकिन यह बात उन्होंने कहने की जगह मन में ही रख ली, और फिर यह हादसा हो गया।
दोस्तों की जिद पर गया था शादी में
अरुण के भाई पवन ने बताया कि अरुण का शादी में जाने का मन नहीं था, लेकिन मेडिकल कॉलेज के दोस्तों ने उसे जिद करके लखनऊ बुलाया था। मजबूरी में अरुण शादी में शामिल होने के लिए राजी हो गया था। पवन ने कहा कि अरुण ने फोन पर बताया था कि वह दोस्त की जिद पर शादी में गया है और रात में ही वापस लौट आएंगे।
परिवार की आर्थिक स्थिति और जिम्मेदारियां
अरुण के भाई पवन ने बताया कि वे चार भाई हैं और उनके परिवार में कुल 6 बहनें हैं। अरुण ने हमेशा अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए बहनों की शादी के लिए पैसे जुटाने का काम किया। वह सैफई मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी कर रहे थे और अपनी आमदनी से परिवार की मदद करते थे। शादी करने की बात पर वह कहते थे कि पहले बहनों की शादी हो जाए, फिर अपनी शादी के बारे में सोचेंगे। हादसे के बाद परिवार में अब चीख-पुकार मच गई। अरुण की असमय मौत ने पूरे परिवार को झकझोर दिया है। यह हादसा एक दिल दहला देने वाली घटना बनकर सामने आया है, जो न केवल एक परिवार, बल्कि पूरे गांव के लिए दुख का कारण बन गया है।