यूपी STF ने 3 आरोपियों को पकड़ा, टेलीग्राम पर टास्क देकर पैसा दो गुना करने का देते थे झांसा.... कर चुके हैं 8 करोड़ की ठगी

punjabkesari.in Saturday, Jul 20, 2024 - 03:12 PM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की एसटीएफ के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। यूपी एसटीएफ ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो टेलीग्राम के माध्यम से लोगों को टास्क देता था और फिर उसे पूरा करने के लिए दोगुने रुपए देने का लालच देकर ठगी करता था। गिरोह के शातिर लोग कमीशन पर अलग-अलग बैंक के खातों का संचालन कर रुपयों को USDT में अलग-अलग ऐप के माध्यम से कन्वर्ट कर लेता था और बाद में इन रुपयों को अपने वॉलेट में ट्रांसफर कर लेता था।

जानिए, क्या है पूरा मामला?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यूपी STF को कई दिनों से इस बारे में शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से मैसेज भेजकर टॉस्क देते हैं और बदले में रुपए दोगुने का लालच देते हैं। जब इस मामले में STF ने जांच शुरु की तो पता चला कि 3 आरोपियों के खिलाफ दिसंबर 2023 में लखनऊ के साइबर थाने में 9 लाख की ठगी का मामला दर्ज है। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया कि ये आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को मैसेज भेजते थे। मैसेज भेजकर एक टास्क पूरा करने की शर्त रखी जाती थी, फिर उसे पूरा करने पर लगाई गई रकम को दोगुने करने का लालच दिया जाता था। इतना सब होने के बाद जो भी इनके जाल में फंस जाता था, उसका ऑनलाइन अकाउंट gginm.com पर खुलवाया जाता था। यह शातिर लोग फिर इसी अकाउंट में लोगों से पैसा डलवाते थे। पहले जो रकम आती थी, उसे दोगुना करके डाल देते थे और बाद में बड़ी रकम आते ही खातों से सारे रुपए निकाल लेते थे।

टेलीग्राम पर टास्क, पैसे दोगुने करने का लालच
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने बताया कि इस गैंग के लोग जिन बैंक खातों का इस्तेमाल करते थे, वह सब जरुरतमंद लोगों के होते थे, जिन्हें रुपयों का लालच देकर उनके नाम से खोला जाता था। गिरफ्तार आरोपियों ने लगभग 200 से ज्यादा बैंक खाते लोगों को कमीशन के नाम पर खुलवाए थे, जिनमें ठगी की रकम डाली जाती थी। इस तरह आरोपियों ने भोले भाले लोगों को पैसे दोगुने करने का लालच देकर 8 करोड़ की ठगी की है। गिरफ्तार आरोपी प्रकाश नवल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने साल 2014 में आईटीआई किया। उसके बाद 2016 से 2020 तक बैंकों में क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट में भी काम किया था। जिसके बाद वह 2020 से 2023 तक जयपुर में कार्यरत रहा।

आरोपी ने पूछताछ में आगे बताया कि सितंबर 2023 में उसके टेलीग्राम पर एक मैसेज आया कि आपको यूपीआई पेमेंट का मल्टीनेशनल कंपनी में कलेक्शन मैनेजर के पद पर जॉब का ऑफर है, यदि काम करना चाहते हैं तो कर सकते हैं।  कंपनी क्रिप्टो में इन्वेस्ट करती है। आपके बैंक खाते में रुपये भेजे जाएंगे, जिसमें आप 12 प्रतिशत कमीशन काटकर TETHER USDT में कन्वर्ट करके कंपनी के वॉलेट में ट्रांसफर करना होगा। आप जितने भी बैंक खाते उपलब्ध कराएंगे, उनमें प्रतिदिन 1 से 2 लाख रुपये आएंगे। जिसके बाद आरोपी ने अपने चचेरे भाई से इस बारे में बातचीत की और कहा कि अगर हम किराए के कुछ खाते मैनेज कर लें तो अच्छा फायदा हो सकता है। आरोपी की बात सुनकर उसका चचेरा भाई मोंटू इस काम के लिए तैयार हो गया। दोनों ने किराए का बैंक खाता लेकर काम करना शुरू कर दिया। TETHER USDT कन्वर्ट करने का काम कैलाश चंद्र सुखेरिया द्वारा किया जाने लगा।

गिरोह बनाकर कर ली 8 करोड़ रुपये की ठगी
यूपी एसटीएफ की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पैसे मंगवाने के लिए जिन बैंक खातों का इस्तेमाल करते थे वे 4-5 दिनों में ब्लॉक हो जाते थे। हम लोग किराए के विभिन्न बैंक खाते प्रयोग करते थे। ऐसा करके हम लोगों ने 200 बैंक खाते किराए पर लिए, जिनमें अब तक विभिन्न चरणों में लगभग 7 से 8 करोड़ रुपये आए हैं, जिनको हम तीनों मिलकर अपना कमीशन काटकर Tether USDT कन्वर्ट कर कंपनी के वॉलेट में ट्रांसफर कर दिए। अब गिरफ्तार किए गए आरोपियों के द्वारा बताए गए बैंक खाते, वॉलेट व टेलीग्राम अकाउंट की जानकारी ली जा रही है। वहीं यूपी एसटीएफ इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए काम कर रही है।


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Content Editor

Anil Kapoor

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