Rule Change For Gratuity: सिर्फ 1 साल काम… और सीधा बड़ा फायदा! नए श्रम कानून में ऐसा क्या बदल गया कि हर कर्मचारी हैरान?
punjabkesari.in Saturday, Nov 22, 2025 - 06:41 AM (IST)
UP Desk: केंद्रीय सरकार ने बीते शुक्रवार को श्रम कानूनों में बड़े सुधारों की घोषणा की है। इसके तहत पुराने 29 अलग-अलग श्रम कानूनों को मिलाकर सिर्फ 4 लेबर कोड बनाए गए हैं। इन नए कोड का मकसद है—देश के सभी तरह के मजदूरों और कर्मचारियों को बेहतर वेतन, अधिक सुरक्षा और सामाजिक लाभ देना। इनमें अनौपचारिक क्षेत्र के कर्मचारी, गिग वर्कर्स, प्रवासी मजदूर और महिलाएं सभी शामिल हैं।
सबसे बड़ा बदलाव: अब 1 साल की नौकरी पर भी ग्रेच्युटी
अभी तक किसी भी कर्मचारी को ग्रेच्युटी पाने के लिए एक ही कंपनी में लगातार 5 साल काम करना जरूरी होता था। लेकिन नए लेबर कोड में सरकार ने इस नियम को बदल दिया है।
क्या नया नियम है?
फिक्स्ड-टर्म कर्मचारियों (Fixed Term Employees — FTE) को अब 1 साल की नौकरी के बाद ही ग्रेच्युटी मिल जाएगी। यानी जिन्हें कॉन्ट्रैक्ट पर रखा जाता है, उन्हें अब 5 साल इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सरकार का कहना है कि इससे कंपनियाँ कॉन्ट्रैक्ट वर्करों को भी स्थाई कर्मचारियों जैसे फायदे देंगी और डायरेक्ट हायरिंग बढ़ेगी।
FTE को क्या-क्या फायदे मिलेंगे?
नए नियमों में यह साफ कहा गया है कि FTE को स्थाई कर्मचारियों जैसे सभी लाभ मिलेंगे:
- छुट्टियां
- मेडिकल बेनिफिट
- सोशल सिक्योरिटी
- समान काम के लिए समान वेतन
- नौकरी में सुरक्षा
यह बदलाव कर्मचारियों के लिए बड़ा फायदा साबित हो सकता है क्योंकि अब कॉन्ट्रैक्ट पर भी अच्छे लाभ मिलेंगे।
ग्रेच्युटी क्या होता है?
ग्रेच्युटी कंपनी की तरफ से अपने कर्मचारियों को दिया जाने वाला एक आर्थिक लाभ है। यह एक प्रकार का ‘थैंक यू गिफ्ट’ होता है, जो कर्मचारी को कंपनी छोड़ने या रिटायरमेंट के समय मिलता है। अब तक यह सिर्फ तब मिलता था जब कोई कर्मचारी कम से कम 5 साल तक कंपनी में काम करे। लेकिन नए श्रम सुधार में इसे 1 साल कर दिया गया है (FTE के लिए)। ग्रेच्युटी का नियम देश की सभी फैक्ट्रियों, खदानों, बंदरगाहों, ऑयल फील्ड्स और रेलवे पर लागू होता है।
सरकार पहले 5 से 3 साल करने पर विचार कर रही थी
पहले यह चर्चा थी कि ग्रेच्युटी की पात्रता 5 साल से घटाकर 3 साल की जा सकती है। लेकिन सरकार ने कर्मचारियों को और बड़ा लाभ देते हुए इसे सिर्फ 1 साल कर दिया।
ग्रेच्युटी कैसे कैलकुलेट होती है?
ग्रेच्युटी निकालने के लिए एक आसान फॉर्मूला होता है—
Gratuity = अंतिम सैलरी × (15/26) × नौकरी के कुल साल
यहां अंतिम सैलरी = Basic Pay + DA (महंगाई भत्ता)
उदाहरण:
मान लीजिए आपने किसी कंपनी में 5 साल काम किया है और आपकी आखिरी सैलरी (Basic+DA) 50,000 रुपए है। 50,000 × (15/26) × 5 = 1,44,230 रुपए। यानी आपको कंपनी छोड़ते समय लगभग 1.44 लाख रुपए ग्रेच्युटी के रूप में मिलेंगे।

