चुपके से पत्नी का मोबाइल चेक करना पड़ा पति को महंगा, पत्नी ने बेलन से कर दी ताबड़तोड़ पिटाई!
punjabkesari.in Thursday, Mar 06, 2025 - 09:42 AM (IST)

Kanpur News: उत्तर प्रदेश में कानपुर जिले के बिठूर इलाके में एक व्यक्ति का अपनी पत्नी पर शक करना भारी पड़ गया। शक के चलते पति ने पत्नी के मोबाइल में कॉल रिकॉर्डिंग ऐप इंस्टॉल किया, लेकिन जब पत्नी को इसके बारे में पता चला, तो उसने गुस्से में आकर बेलन से पति की जबरदस्त पिटाई कर दी। इसके बाद मामला थाने तक पहुंच गया, जहां पुलिस ने दोनों को समझा-बुझाकर घर भेज दिया।
जानिए, क्या था पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, कानपुर के बिठूर इलाके के मंधाना पुलिस चौकी के पास एक युवक अपनी पत्नी के साथ किराए पर रहता था। युवक को शक था कि जब वह फैक्ट्री में काम करने जाता है, तो उसकी पत्नी मोबाइल पर किसी से बात करती है और हो सकता है उसका अफेयर हो। इस शक को दूर करने के लिए युवक ने अपने दोस्त से मोबाइल में कॉल रिकॉर्डिंग ऐप इंस्टॉल करने का तरीका समझा और चुपचाप पत्नी के मोबाइल में यह ऐप इंस्टॉल कर दिया। इसके बाद वह सोचने लगा कि अब वह यह जान सकेगा कि पत्नी किससे बात करती है।
पत्नी ने किया विरोध
जब युवक फैक्ट्री में ड्यूटी से वापस आया, तो उसने पत्नी का मोबाइल लेकर छत पर जाकर कॉल रिकॉर्डिंग सुनना शुरू कर दिया। इस पर पत्नी को यह बात पता चल गई और दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। गुस्से में आई पत्नी ने बेलन उठाकर पति की बुरी तरह पिटाई कर दी और घर से बाहर निकाल दिया। पत्नी की पिटाई से डरकर पति सीधे बिठूर थाने पहुंचा।
पुलिस थाने पर पहुंचा मामला
थाने में पति की शिकायत सुनकर थानेदार को भी दुविधा हो गई कि वह रिपोर्ट लिखे या फिर परिवार के बीच समझौता कराए। यदि रिपोर्ट लिखी जाती, तो पत्नी के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ती और दोनों का साथ रहना मुश्किल हो जाता। इसके बाद थानेदार ने पत्नी को थाने बुलवाया और दोनों को एक-दूसरे की शिकायत सुनने का मौका दिया। पत्नी ने आरोप लगाया कि पति उसे शक की नजर से देखता है, जबकि पति ने स्वीकार किया कि उसने अपनी पत्नी के मोबाइल को चुपचाप चेक किया था। इस दौरान करीब एक घंटे की पंचायत के बाद थानेदार ने पति को समझाया कि वह अपनी पत्नी पर शक न करे और उसका मोबाइल चेक करना गलत था।
समझौते के बाद सुलझा मामला
पति ने अपनी गलती मान ली और दोनों को राजी-खुशी घर भेज दिया। थानेदार ने पत्नी के मोबाइल से कॉल रिकॉर्डिंग ऐप डिलीट भी करवा दिया। थाने में पुलिस ने इस बात पर भी ध्यान दिया कि पत्नी एक मेडिकल कॉलेज में काम करती है, जबकि पति मसाला कंपनी में काम करता है। पत्नी के इंचार्ज से भी बातचीत होती थी, और पति को इसी पर शक था। थाने में पति और पत्नी दोनों ने समझौता किया और अपने परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी बिताने का निर्णय लिया। थानेदार प्रेम नारायण विश्वकर्मा ने कहा कि इस मामले में पति ने अपनी गलती मानी और बाद में दोनों को शांति से घर भेज दिया गया।