सुरेंद्र सागर पर एक्शन की ये है असली वजह, खुद बसपा सुप्रीमो मायावती ने दी सफाई, एक्स पर लिखा पोस्ट
punjabkesari.in Saturday, Dec 07, 2024 - 11:57 AM (IST)
लखनऊ : यूपी के रामपुर जिले से पांच बार बसपा जिला अध्यक्ष रहे सुरेंद्र सागर को पार्टी से निकाले जाने का मामला तूल पकड़ा तो खुद बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस मामले पर सफाई दी है। आलोचना होने पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सफाई देते हुए एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि सपा विधायक की बेटी से सुरेंद्र सागर के बेटे की शादी की वजह से उन्हें पार्टी से नहीं निकाला गया बल्कि रामपुर में दो नेताओं की लड़ाई की वजह से यह कदम उठाया गया है।
बसपा प्रमुख मायावती ने X पर पोस्ट में लिखा, "रामपुर जिले का पूर्व पार्टी अध्यक्ष सुरेन्द्र सागर और पार्टी अध्यक्ष प्रमोद कुमार का आपसी झगड़ा चरम पर था, जिससे पार्टी का कामकाज प्रभावित हो रहा था। तब दोनों को एक साथ निकाला गया, जिसका शादी-विवाह का कोई सम्बन्ध नहीं है।"
'दुष्प्रचार करने वालों को सतर्क रहने की जरूरत'
उन्होंने आगे लिखा, "कौन किससे शादी करता है, किसके पारिवारिक संबंध किससे हैं, पार्टी को इससे कोई लेना देना नहीं। यह दो व्यक्तियों की आपसी रिश्तों और सोच पर निर्भर करता है। जो लोग ये दुष्प्रचार कर रहे हैं, ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है।"
क्या है पूरा मामला
सुरेंद्र सागर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने और अनुशासनहीनता के आरोप के चलते पार्टी से निकाले जाने के बाद बीते दिन यह चर्चा हो रही थी कि सपा नेता को सिर्फ इसलिए पार्टी से निकाला गया है क्योंकि उन्होंने समाजवादी पार्टी के विधायक त्रिभुवन दत्त की बेटी से अपने बेटे की शादी कर दी। बता दें कि त्रिभुवन दत्त भी कभी बहुजन समाज पार्टी से सांसद विधायक रह चुके हैं, लेकिन अब समाजवादी पार्टी के विधायक हैं।