अयोध्या पहुंचे 11 पत्थरों पर नहीं बन सकी रामलला की मूर्ति निर्माण की सहमती, ट्रस्ट के सदस्यों और मूर्ति विशेषज्ञों में मंथन जारी
punjabkesari.in Sunday, Mar 19, 2023 - 09:42 AM (IST)

अयोध्याः प्रभु श्री रामलला की अचल मूर्ति के निर्माण के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी और मूर्ति कला के विशेषज्ञ नामचीन मूर्तिकारों औऱ चित्रकारों के बीच मंथन किया गया। फिलहाल अभी तक आए किसी भी पत्थर पर मूर्ति निर्माण के लिए आपसी सहमति नहीं बन सकी है।
अभी और पत्थर आना बाकी, विचार किया जा रहाः गोविंद देव गिरी
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी के अनुसार रामलला के अचल विग्रह निर्माण के लिए पत्थरों पर मंथन का दौर जारी है। कर्नाटक से आये पत्थरों में स्काई ब्लू दिख रहा है, मूर्ति विशेषज्ञों को डर है कि आगे चलकर पत्थर पूरा काला हो सकता है। अभी 1 माह का समय शेष है, 1 माह के अंदर आए पत्थरों पर विचार किया जाएगा। अभी उड़ीसा से भी पत्थर आना बाकी है, अभी तक कुल 11 पत्थर रामनगरी पहुंचे हैं। पत्थरों पर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने मूर्ति कला के विशेषज्ञों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर पत्थरों की गुणवत्ता और आयु को लेकर जानकारी ली है।
मैसूर की शिला से बन सकती है रामलला की मूर्ति
खबरों के मुताबिक नीलांबुज श्याम रंग वाले 51 इंच के भगवान रामलला की खड़ी मूर्ति ही राम मंदिर के मूल गर्भगृह में विराजमान होगी। अप्रैल से मूर्ति को तैयार करने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा, जिसके लिए कर्नाटक के मैसूर से आई शिला पर सहमति बन गई है, फिलहाल अभी फैसले पर ट्रस्ट की अंतिम मुहर लगना बाकी है।
कमल दल पर खड़े 51 इंच के रामलला की होगी मूर्ति
महाराष्ट्र के शिल्पकार वासुदेव कामत ने बताया कि राम लला की मूर्ति खड़ी ही बनाई जाएगी। इस मूर्ति में रामलला धनुष तीर लिए हुए हैं। 5 वर्ष की आयु वाले रामलला की मूर्ति 51 इंच की होगी। गर्भगृह में रामलला पैडिस्टल के ऊपर 10 इंच का एक कमल दल पर होंगे। इस चित्र में कुछ प्रभाव और उसकी मजबूती को लेकर बदलाव किए जाने हैं। इसके साथ ही बाद में जो मुकुट और गहने डाले जाने हैं। उसके लिए भी व्यवस्था इस मूर्ति में करनी होगी। इसके लिए सभी शिल्पकारों ने अपने मत दिए हैं।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Related News
Recommended News
Recommended News

चीन ने साई और मैक्कार्थी की भेंट पर जवाबी कार्रवाई की धमकी दी

अमेरिका, रूस ने ‘न्यू स्टार्ट’ संधि के तहत दी जाने वाली परमाणु हथियार जानकारी साझा करना किया बंद

पश्चिम बंगाल के राजभवन के दरवाजे आम लोगों के लिए खुलेंगे

Chaitra Navratri Ashtami & Maha Navami muhurat: ये है अष्टमी और नवमी पर कंजक पूजा का शुभ मुहूर्त