यूपी पुलिस और आर्मी इंटेलिजेंस के हाथ लगी बड़ी सफलताः अग्निवीर भर्ती में फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाकर देने वाले 4 अरोपी गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Sep 30, 2022 - 11:55 AM (IST)

मुज्फ्फरनगरः उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां अग्निवीर भर्ती में अभ्यर्थियों के फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने वाले गिरोह के चार सदस्यों को यूपी पुलिस और मेरठ की आर्मी इंटेलिजेंट गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। इस गिरोह का फर्दाफारस गुरुवार को मुजफ्फरनगर जिले की सिविल लाइन थाना पुलिस ने किया। पुलिस ने इनके पास से फर्जी मार्कशीट, आधार कार्ड, परिचय पत्र और 2,35000 रुपये बरामद किए हैं।

मुजफ्फरनगर पुलिस ने मेरठ आर्मी इंटेलिजेंट के साथ मिलकर अग्निवीर भर्ती में आने वाले युवकों को फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर देने वाले गिरोह के चार सदस्यों, सिकंदर, प्रशांत चौधरी, अनुज चौधरी, और हिमांशु चौधरी को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने फर्जी अंक पत्र, आधार कार्ड, परिचय पत्र और 2 लाख 35 हजार रुपये नगद बरामद किए है। बता दें कि गिरफ्तार किए गए आरोपी बागपत ,मुरादाबाद और संभल जिले के रहने वाले हैं।

बताया जा रहा है कि ये चारों आरोपी मिलकर अग्निवीर भर्ती में आने वाले युवाओं को फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर देते थे। जिसके लिए वह उनसे डेढ़ से दो लाख रुपये तक की रकम वसूलते थे। वहीं, इन में से एक आरोपी एडवोकेट है, जो इस गिरोह का मास्टरमाइंड भी है। वह ही सब को फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर मुहैया करता था और बाकी के तीनों इस काम में उसकी मदद करते थे।

वहीं, पुलिस का कहना है कि अभी तक यह गिरोह अग्निवीर भर्ती में आए दो से तीन अभ्यर्थियों को ही अपने शिकंजे में फंसा सके है, लेकिन टीम ने वक्त रहते इन चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है. अब पुलिस ये जानकारी जुटाने में जुट गई है कि इस गिरोह में और कितने सदस्य हैं, और कहां-कहां किस-किस भर्ती में इन लोगों ने अभ्यार्थियों को फर्जी डॉक्यूमेंट मुहैया कराए हैं.

इस मामले में जानकारी देते हुए एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि यह आरोपी मुजफ्फरनगर में चल रही अग्निवीर भर्ती के अभ्यर्थियों को फर्जी दस्तावेज बनाकर देते थे। जिसके लिए वह उनसे डेढ़ से दो लाख रुपए तक की रकम वसूलते थे। साथ ही उन्होंने बताया कि गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया गया है। वही, पूछताछ में यह तथ्य सामने आया हैं कि आरोपी भर्ती में शामिल होने वाले अधिक उम्र के अभ्यर्थियों को टारगेट करते थे। वह किसी तरह अभ्यर्थियों से संपर्क करते और डॉक्यूमेंट्स में कमी बताकर उनको कहते कि हम इस चीज की पूर्ति कर देंगे।

एसपी सिटी ने आगे बताया कि पुलिस मामले में जांच कर रही है कि इस गिरोह में कितने और लोग शामिल है। साथ ही इस गिरोह ने और कितने कैंडिडेट को टारगेट किया है और उनसे कितने पैसे वसूले है। वहीं, उन्होंने बताया कि अभी तक दो या तीन कैंडिडेट ही सामने आए हैं जिनको इस गिरोह ने टारगेट किया है। फिलहाल पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Harman Kaur

Recommended News

Related News

static