थाने में महिला दरोगा की पिटाई...पुलिसकर्मी बनाते रहे वीडियो, FIR भी कर दी गई निरस्त, पूरा मामला उड़ा देगा होश
punjabkesari.in Saturday, Sep 20, 2025 - 04:57 PM (IST)

Agra News : यूपी में आगरा के थाना ट्रांस यमुना में महिला और पुलिसकर्मियों के बीच मरपीट हो गई। इस मामले की जांच जारी है। उधर, महिला ने चोरी के केस में बिना तथ्यों की पड़ताल किए फाइनल रिपोर्ट लगाने का आरोप लगाया था। पुलिस आयुक्त ने एफआईआर को निरस्त करते हुए जांच पूर्व एसएचओ और इंस्पेक्टर कोतवाली भानु प्रताप यादव को दी है। वहीं पुलिस पर लगे आरोपों की जांच एडीसीपी क्राइम हिमांशु गौरव को दी गई है।
'मोबाइल छीन कर कमरे में बंद करके बेरहमी से पीटा'
19 अगस्त को थाने में पीड़ित महिला और महिला दरोगा के बीच मारपीट हो गई थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। महिला के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की गई थी। जमानत पर रिहा होने के बाद महिला ने 22 अगस्त को अपना वीडियो जारी कर कहा था कि वह वीडियो बना रही थीं। इस पर उनका मोबाइल छीन कर कमरे में बंद करके बेरहमी से पीटा गया। मामले की जांच अपर पुलिस उपायुक्त पूनम सिरोही को दी गई थी। उन्होंने महिला दरोगा और वादी महिला के बयान दर्ज किए थे। इसके बाद अपनी रिपोर्ट पुलिस आयुक्त कार्यालय में दी थी। उन्होंने दोनों पक्षों को दोषी पाया था। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार के मुताबिक, रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
तफ्सील से जानें पूरा मामला
ट्रांस यमुना इलाके की रहने वाली महिला का कमला नगर में बुटिक है। 15 अगस्त 2024 को उनके घर में चोरी हो गई थी। पीड़िता ने लाखों के जेवरात और 80 हजार कैश चोरी होने की बात कही थी। इस घटना के खुलासे के लिए वह थाने के चक्कर लगा रही थी, लेकिन पुलिस ने चुपचाप फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। वहीं विवेचक को पूर्व में एक अन्य मामले में निलंबित कर दिया गया था। महिला को इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी। वह थाने में नए थाना प्रभारी से केस की जानकारी लेने पहुंची थी। तभी मोबाइल से वीडियो बनाने से रोकने पर विवाद हुआ था। पीड़ित महिला के पति का कहना है कि मारपीट के मामले में किसी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है।