सात फुट लंबे मगरमच्छ ने रेस्क्यू के दौरान डिप्टी रेंजर को नोचा, Video में कैद हुआ खौफनाक हमला!

punjabkesari.in Sunday, Sep 14, 2025 - 07:55 AM (IST)

Pilibhit News: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में बरसात और बाढ़ के बाद कई जगहों पर मगरमच्छ और सांप गांवों में घुसने की घटनाएं तेजी से बढ़ गई हैं। हाल ही में न्यूरिया थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव में डिप्टी रेंजर शेर सिंह मगरमच्छ को पकड़ने के लिए गए थे, तभी मगरमच्छ ने उन पर अचानक हमला कर दिया। इस हमले में उनकी हालत गंभीर हो गई और उन्हें हाथ की प्लास्टिक सर्जरी करानी पड़ी।

बाढ़ के बाद बढ़ा खतरा
जैसे ही जिले की नदियों में बाढ़ आई, पानी गांवों तक फैल गया। इससे मगरमच्छ और सांप जैसे जलीय जीव आबादी वाले इलाकों में आ गए। लोग डर के साए में रहने लगे हैं क्योंकि ये जीव घरों और खेतों तक पहुंचने लगे हैं।

मगरमच्छ ने किया हमला
न्यूरिया थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव में मगरमच्छ की सूचना मिलने पर डिप्टी रेंजर शेर सिंह अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे। मगरमच्छ को पकड़ने के प्रयास के दौरान ही मगरमच्छ ने शेर सिंह पर हमला कर दिया। उनके हाथ में गहरा घाव हो गया। उन्हें तुरंत प्राथमिक इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। वहां से उनकी हालत गंभीर देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। हाथ की गंभीर चोट की वजह से प्लास्टिक सर्जरी करनी पड़ी।

वन कर्मियों की सुरक्षा पर सवाल
यह पहली बार नहीं है जब वन विभाग के कर्मचारी जंगली जानवरों के हमले का शिकार हुए हैं। कुछ साल पहले डिप्टी रेंजर सुरेश वर्मा तेंदुए को पकड़ने के दौरान घायल हो गए थे। पिछले साल भी एक वन वॉचर पर तेंदुए ने जानलेवा हमला किया था। इन घटनाओं से यह साफ है कि वन विभाग के पास कर्मचारी सुरक्षा के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं और कर्मचारी खतरनाक हालात में काम कर रहे हैं।

क्या है समाधान?
विशेषज्ञों का कहना है कि बाढ़ और प्राकृतिक आपदाओं के बाद ऐसे जानवरों के गांवों में आने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए वन विभाग को कर्मचारियों के लिए बेहतर सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने चाहिए और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए और अधिक प्रशिक्षण देना चाहिए। साथ ही स्थानीय लोगों को भी जागरूक करना जरूरी है ताकि वे सुरक्षित रह सकें।


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Content Editor

Anil Kapoor

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