KGMU में चौंकाने वाला मामला: बिना इजाजत हुई महिला की नसबंदी, नवजात की मौत.... 4 डॉक्टरों पर FIR
punjabkesari.in Tuesday, Jun 17, 2025 - 09:33 AM (IST)

Lucknow News: देशभर में मशहूर लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। अस्पताल के क्वीन मैरी अस्पताल में इलाज के दौरान एक महिला की बिना अनुमति नसबंदी कर दी गई और उसके नवजात बच्चे की मौत हो गई। अब इस मामले में 4 डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना हरदोई जिले के रहने वाले हेमवती नंदन और उनकी पत्नी उमा मिश्रा से जुड़ी है। 4 अक्टूबर 2022 को हेमवती नंदन ने अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए क्वीन मैरी अस्पताल, लखनऊ में भर्ती कराया। 5 अक्टूबर को ऑपरेशन के जरिए बेटे का जन्म हुआ, लेकिन कुछ ही घंटों में उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे वेंटिलेटर पर डाल दिया गया। दुख की बात ये रही कि बच्चे की मौत हो गई।
बिना सहमति नसबंदी का आरोप
हेमवती नंदन का आरोप है कि उनकी पत्नी की बिना अनुमति नसबंदी कर दी गई। डॉक्टरों ने नसबंदी की बात ऑपरेशन से पहले पूछी थी, लेकिन उन्होंने साफ तौर पर लिखित में मना कर दिया था। बावजूद इसके, नसबंदी कर दी गई। जब पीड़ित ने इस पर सवाल उठाया, तो डॉक्टरों ने कोई जवाब नहीं दिया और धमकाया कि अगर शिकायत की तो भविष्य में इलाज नहीं किया जाएगा।
डॉक्टरों पर गंभीर आरोप
एफआईआर में जिन डॉक्टरों पर आरोप लगे हैं, उनके नाम हैं डॉ. अमिता पांडे, डॉ. मोनिका अग्रवाल, डॉ. निदा खान, डॉ. शिवानी। पीड़ित का दावा है कि उनके दस्तखत भी फर्जी तरीके से बनाए गए हैं और उनके पास इसके सबूत मौजूद हैं।
शिकायतों के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
हेमवती नंदन ने कई जगह शिकायत की जैसे चौक कोतवाली, मेडिकल चौकी, मुख्यमंत्री पोर्टल, महिला आयोग और मानवाधिकार आयोग, KGMU प्रशासन लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली। थक-हार कर उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज
अब कोर्ट के आदेश पर चौक थाने की पुलिस ने डॉक्टरों और केजीएमयू प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। FIR में धारा 420 (धोखाधड़ी), 338 (लापरवाही से जान को खतरा), 467 और 468 (फर्जी दस्तावेज), 506 (धमकी देना) शामिल हैं।
केजीएमयू की छवि पर सवाल
इस घटना के सामने आने के बाद से स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया है। लोगों के मन में केजीएमयू की विश्वसनीयता पर गहरे सवाल उठने लगे हैं।