नशा छुड़ाने गया युवक… लौटा लाश बनकर! नशा मुक्ति केंद्र में संदिग्ध मौत, चेहरे, सिर, हाथ और पैरों पर चोटों के निशान
punjabkesari.in Saturday, Nov 01, 2025 - 04:47 PM (IST)
Bijnor News: उत्तर प्रदेश के बिजनौर ज़िले में नशा मुक्ति केंद्रों की अव्यवस्थाओं का एक और भयावह चेहरा सामने आया है। चक्कर रोड स्थित एक नशा मुक्ति केंद्र में 22 वर्षीय प्रीत नामक युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। केंद्र प्रशासन ने दावा किया कि युवक छत से गिर गया था, लेकिन परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि प्रीत के चेहरे, सिर, हाथ और पैरों पर गहरे चोट के निशान थे, जो किसी बर्बर पिटाई की ओर इशारा करते हैं। परिवार ने कहा, “हमारे बेटे को नशा छुड़ाने के नाम पर प्रताड़ित किया गया, उसके साथ बर्बरता की गई।”
सीसीटीवी बंद, संचालक फरार
धारूवाला मंडावली निवासी प्रीत पिछले छह माह से इसी केंद्र में भर्ती था। हादसे की जानकारी मिलने के बाद जब परिवार पहुंचा तो उन्होंने सीसीटीवी फुटेज मांगी। केंद्र संचालक ने कहा कि “कैमरे खराब हैं”, जिससे परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। तनाव बढ़ने पर संचालक मौके से फरार हो गया, जबकि वहां भर्ती अन्य मरीज भी केंद्र छोड़कर भाग निकले।
एक साल में सातवीं संदिग्ध मौत
बिजनौर के नशा मुक्ति केंद्रों में मरीजों की संदिग्ध मौत के मामले अब आम हो गए हैं। पिछले एक वर्ष में यह सातवां मामला है, जब किसी मरीज की नशा छुड़ाने के दौरान मौत हुई हो। पहले भी दो केंद्रों में चार युवकों की मौत दर्ज की जा चुकी है, लेकिन अब तक किसी बड़ी कार्रवाई की खबर नहीं है।
बिना जांच, बिना डॉक्टर चल रहे केंद्र
जांच में सामने आया है कि जिले के ज्यादातर नशा मुक्ति केंद्रों में न तो प्रशिक्षित स्टाफ है, न ही डॉक्टरों की तैनाती। इन केंद्रों को नशा मुक्ति के नाम पर सरकार से मिलने वाले लाखों रुपये की ग्रांट मिलती है, लेकिन न तो कोई नियमित निरीक्षण होता है, न ही मरीजों का रिकॉर्ड। विशेषज्ञों के अनुसार, कई केंद्र सिर्फ कागज़ों पर नशा मुक्ति का काम दिखाकर सरकारी फंड हड़पने का अड्डा बन चुके हैं।
पुलिस जांच में जुटी
बिजनौर के एएसपी गौतम राय ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। “पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”

