माफिया अतीक के खिलाफ की कार्रवाई का BJP को चुनाव में मिला फायदा, अभी तक 8 सीटों पर जनता ने दिलाई जीत
punjabkesari.in Saturday, May 13, 2023 - 04:30 PM (IST)

प्रयागराजः उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का माफियाओं पर लिया गया एक्शन काफी सफल रहा है। नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को इसका फायदा मिला है। दरअसल, प्रदेश में निकाय चुनाव की बाते शुरू होने के बाद योगी सरकार एक्शन में आ गई। सरकार ने उमेशपाल हत्याकांड पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी। इसके बाद माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का 13 अप्रैल को एनकाउंटर कर दिया गया। इसके बाद अतीक और अशरफ की भी हत्या हो गई। इससे पहले भी योगी सरकार ने कई माफियाओं पर शिकंजा कसा है। जिसका भाजपा को चुनाव में पूरा-पूरा फायदा मिला है।
बता दें कि, प्रदेश में 17 नगर निगम, 199 नगर पालिका परिषद और 544 नगर पंचायतों सहित 760 नगरीय निकाय चुनावों में दो चरणों में मतदान हुए थे। इनमें भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस जैसे बड़े दलों के साथ अपना दल (एस), रालोद, एआईएमआईएम, निषाद पार्टी सहित तमाम दलों ने भी किस्मत आजमाई है। इसके नतीजे आने शुरू हो गए है। अभी तक मिले रुझानों में भाजपा प्रत्याशियों ने 8 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। शेष सीटों पर भाजपा प्रत्याशी आगे चल रहे है, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को पार्टी को मेयर की किसी सीट पर जीत अभी तक जीत नहीं मिली है।
भाजपा ने निवर्तमान महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी का टिकट काटकर भाजपा के सामान्य कार्यकर्ता उमेश चंद गणेश केसरवानी पर दांव लगाया था, जो काफी सफल रहा। कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की नाराजगी का भी चुनाव पर कोई असर नहीं दिखता नजर आ रहा है। नंदी ने पत्नी को भाजपा से महापौर का टिकट न मिलने पर काफी नाराजगी जाहिर की थी और इसका गुस्सा प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर उतारा था। विधानसभा चुनाव में नंदी के खिलाफ शहर दक्षिणी से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके रईस चंद शुक्ला को भाजपा में शामिल कराने पर नंदी ने डिप्टी सीएम केशव को आड़े हाथों लेते हुए खरी खोटी सुनाई थी। इससे लग रहा था कि नगर निगम महापौर के चुनाव में नंदी की नाराजगी का खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ सकता है, लेकिन भाजपा को इसका कोई नुकसान नहीं हुआ। बीजेपी को माफियाओं पर की कार्रवाई का फायदा मिला है, जनता ने चुनाव में उनका साथ दिया है।