पैसे न होने पर नहीं कर पाया भाई का अंतिम संस्कार, पुलिस से बोला- 'शव का जो करना है करो'

punjabkesari.in Sunday, Sep 22, 2019 - 03:32 PM (IST)

फर्रुखाबादः यूपी पुलिस अक्सर अपने कारनामों की वजह से चर्चा में रहती है, लेकिन इस बार पुलिस इंसानियत का फर्ज निभाते हुई दिखी। जिसकी तारीफ हर जगह हो रही है। मामला फर्रुखाबाद का है। जहां एक युवक के शव को घर ले जाने से ये कह इनकार कर दिया कि उसने पास इतने पैसे नहीं है कि वह शव का संस्कार कर सके। जिसके चलते मऊ दरवाजा थाने में तैनात इंस्पेक्टर डॉ विनय प्रकाश राय ने युवक का विधि-विधान से उसका अंतिम संस्कार कराया।

बता दें कि फर्रुखाबाद जिले के मऊ थाना क्षेत्र के टाउन हॉल में रहने वाले सोनू बाथम (30) के माता पिता का 15 साल पहले निधन हो चुका था। सोनू का छोटा और बड़ा भाई मोनू परिवार के साथ दिल्ली में रहता है और मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करता है। लेकिन इस बीच लंबे समय से बीमार चल रहे सोनू ने इलाज के दौरान राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दम तोड़ दिया।

अस्पताल के डॉक्टरों ने सोनू के मौत की खबर मऊ थाने में दी तो पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जिसके बाद मऊ थाने के इंस्पेक्टर डॉ विनय प्रकाश राय को हुई तो उन्होंने मृतक के परिजनों और रिश्तेदारों से संर्पक किया तो मृतक के भाई ने कहा कि मैं दिल्ली से नहीं आ पांउगा, क्योंकि पास इतने पैसे नहीं है कि भाई का अतिंम सस्कार कर सकूं। आप जैसा चाहो करो मुझसे कोई मतलब नहीं है। ये हैरानजनक कथन सुनते ही इंस्पेक्टर ने खुद युवक का विधि-विधान के सहित अंतिम संस्कार कराया।

इस बारे में इस्पेक्टर राय ने बताया कि जब बाथम का पोस्टमार्टम हो गया तो मुझे सिपाहियों ने बताया कि उसका शव कोई लेने के तैयार नहीं है। जिसके बाद मैं फोर्स के साथ शव को श्मशान घाट पर ले गया और रीति रिवाज के साथ उसका अंतिम संस्कार करवाया।



 


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Tamanna Bhardwaj

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