वीर सावरकर के बाद शहीद भगत सिंह को भारत रत्न देने की उठी मांग

punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2019 - 01:41 PM (IST)

बागपत: वीर सावरकर के बाद अब शहीद भगत सिंह को भारत रत्न की उपाधि देने की  मांग उठने लगी है। जिसकी शुरुआत रविवार भूतपूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि बागपत जिले के छपरौली से हुई है। जहां से चौधरी चरण सिंह ने पहला चुनाव लड़कर प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया था।
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बता दें कि छपरौली के तुगाना गांव में रविवार को एक दंगल का आयोजन किया गया था। जिसमें मुख्य अतिथि शहीदे आज़म भगत सिंह के भतीजे पहुंचे थे जिन्हें बागपत के लोगों ने सोने के सिक्के से सम्मानित किया। जिसके बाद दंगल में एलान करते हुए शहीद भगत सिंह को भारत रत्न की उपाधि  देने की मांग भी की। जिसके लिए अब आवाज उठाने के साथ-साथ लोगों को गांव-गांव जा कर जागरूक किया जाएगा। वहीं नगर पालिका के चेयरमैन मनोज धामा भी मौजूद रहे।
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वही दंगल में मुख्य अतिथि पहुंचे शहीद भगत सिंह के भतीजे कर्णजीत सिंह ने देश मे महिलाओं पर बढ़ते अपराधों को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने हैदराबाद मामले पर बोलते हुए कहा कि देश की न्यायिक व्यवस्था गुल हो गई है। जहां निर्भया और अन्य बच्चियां न्याय के लिए अदालतों के धक्के खा रही हैं  उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। सिंह ने कहा कि हैदराबाद में न्याय मिला है ये देश की जनता की आवाज भी है। जब तक सख्त कानून बनाकर आरोपियो को सज़ा नहीं दी जाएगी तब तक अपराध नही रुकेगा। वहीं सिंह ने बताया कि सऊदी अरब में सख्त कानून का प्रावधान है वहां ऐसी घटनाएं नहीं होती हैं। आपको बता दें कि शहीद भगत सिंह के भतीजे कर्णजीत सिंह ने रविवार को छपरौली थाना क्षेत्र के तुगाना गांव में दंगल कार्यक्रम में प्रेसवार्ता के दौरान ये बातें कही।
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इस दौरान जिला पंचायत सदस्य गायत्री परिवार शान्ती कुन्ज हरिद्वार के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के प्रभारी सोकेन्द्र आर्य भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि तुगाना में भूतपूर्व ग्राम प्रधान कृष्ण वीर जी और ब्लाक प्रमुख परमवीर जी यहां उपस्थित हैं। इनके मन में एक विचार आया कि जब वीर सावरकर को भारत रत्न दिया जा सकता है तो शहीदे आजम भगत सिंह को क्यों नहीं। बल्कि उन्हें तो सारी उपाधी दी जानी चाहिए वो शहीदे आजम हैं। उनके बलिदान से हमारा रोम-रोम और कण-कण कर्ज दार है। 
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तुगाना से 5 तोला सोने के मेडल रत्न की उपाधि प्रारम्भ 
वहीं नगर पालिका के चेयरमैन मनोज धामा ने कहा कि भारत वर्ष के लोगों को चाहिए के वे हमारे साथ आवाज मिलाकर ये बात पूरे भारत में पहुचाएं। जिससे शहीद भगत सिंह को और उनके परिवार को भारत रत्न की उपाधि मिले। तुगाना से ये उपाधि प्रारम्भ कर दी गई है। जिसमें 5 तोले यानि 50 ग्राम सोने का मेडल रत्न की उपाधि ब्लाक प्रमुख कृष्ण वीर जी के हाथों दिया गया है।     

 


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Ajay kumar

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