Ganga Vilas Cruise को लेकर Akhilesh का भाजपा पर हमला; पूछा क्या अब नाविकों का रोजगार भी छीनेगी BJP?
punjabkesari.in Thursday, Jan 12, 2023 - 08:39 AM (IST)
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने वाराणसी (Varanasi) में एमवी गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas Cruise) के लोकार्पण की तैयारी में जुटी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमला करते हुए सवाल किया कि क्या अब भाजपा नाविकों का भी रोजगार छीनेगी? उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल बनाकर धन कमाने की नीति निंदनीय है।
अब क्या भाजपा नाविकों का रोज़गार भी छीनेगी। भाजपा की धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल बनाकर पैसे कमाने की नीति निंदनीय है। पूरी दुनिया से लोग काशी का आध्यात्मिक वैभव अनुभूत करने आते है; विलास-विहार के लिए नहीं। भाजपा बाहरी चकाचौंध से असल मुद्दों के अंधेरों को अब और नहीं ढक पायेगी। pic.twitter.com/7HbHL1ri5f
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 11, 2023
अब क्या भाजपा नाविकों का रोज़गार भी छीनेगी: अखिलेश यादव
जानकारी के मुताबिक, सपा अध्यक्ष ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘अब क्या भाजपा नाविकों का रोज़गार भी छीनेगी। भाजपा की धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल बनाकर पैसे कमाने की नीति निंदनीय है। पूरी दुनिया से लोग काशी का आध्यात्मिक वैभव अनुभूत करने आते है; विलास-विहार के लिए नहीं। भाजपा बाहरी चकाचौंध से असल मुद्दों के अंधेरों को अब और नहीं ढक पायेगी।''
PM नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को वाराणसी में गंगा तट पर एमवी गंगा विलास क्रूज को झंडी दिखाकर करेंगे रवाना
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 13 जनवरी को वाराणसी में गंगा के तट पर दुनिया के सबसे बड़े नदी क्रूज एमवी गंगा विलास को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके अलावा वह 'टेंट सिटी' का भी उद्घाटन करेंगे। एमवी गंगा विलास 13 जनवरी को वाराणसी से रवाना होकर 51 दिनों में करीब 3200 किलोमीटर का सफर तय करेगा। इस दौरान वह बांग्लादेश भी जाएगा और दोनों देशों की 27 नदी प्रणालियों को पार करेगा। प्रधानमंत्री गाजीपुर जिले के सैदपुर, चोचकपुर और जमानिया में चार तथा बलिया जिले के कंसपुर में एक तैरते हुए सामुदायिक घाट का भी लोकार्पण करेंगे। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और स्थानीय लोगों की आजीविका को बेहतर करने लिये 60 से ज्यादा सामुदायिक घाट बनाए जा रहे हैं।