Video: 'धोखा है हिंदू मजहब' सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान पर आगबबूला हुई भाजपा
punjabkesari.in Wednesday, Aug 30, 2023 - 06:18 PM (IST)
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस के बाद हिंदू धर्म पर बयान देकर एक बार फिर यूपी की राजनीति में बखेड़ा खड़ा कर दिया है यानी सियासी पारे को गर्मी दे दी है... स्वामी प्रसाद के बयान को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सपा पर हमला बोला उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य का बिना नाम लिए ट्वीट किया और कहा कि...सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर, इनके नेताओं के ज़हरीले बयान ही सपा को बनायेंगे समाप्त वादी पार्टी !
सभी समस्याओं का समाधान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के #सबका साथ सबका विकास रूपी महामंत्र से होगा ! यही नहीं स्वामी प्रसाद के हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है इस बयान को लेकर बीजेपी के प्रवक्ता हीरो बाजपेयी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जिस तरह के बयान देते हैं ये सब एक सोची समझी साजिश है...वहीं उन्होंने कहा कि जिस तरह अखिलेश यादव हिंदू धर्म पर हमला करवा रहे हैं इस पर उन्हें सामने आना चाहिए और उन्हें अपनी बात रखनी चाहिए...इस दौरान बीजेपी प्रवक्ता ने डिंपल यादव के बयान का भी जिक्र किया और कहा इन सब के पीछे अखिलेश यादव की सहमति है...
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य का ट्वीट उस समय आया है जब सपा सांसद डिंपल यादव ने खुद को हिंदू बताया है...उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म सनातन धर्म है और सनातन धर्म में कोई दुश्मन नहीं होता’...वहीं इसके विपरीत स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदू धर्म पर ही सवाल उठा रहे हैं और इसे ब्राह्मण धर्म बता रहे हैं... विवादित बयान के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य चौतरफा घिरते दिख रहे हैं...सुभासपा के प्रवक्ता अरुण राजभर ने कहा कि सपा नेता स्वामी प्रसाद लगातार हिंदू देवी-देवताओं और हिंदू समाज के आस्थाओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं...जिसके साफ जाहिर हो रहा है कि समाजवादी पार्टी को हिंदुओं से बहुत ज्यादा नफरत है...
स्वामी प्रसाद के इस बयान से काफी बवाल मच गया है...सत्ता पर काबिज पार्टी भाजपा उनके बयान से आग बबूला हो गई है...केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को अब कोई समर्थन नहीं देता है तो वो क्या कहते हैं इसका कोई जवाब देना उचित नहीं है...आपको बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने संबोधन के दौरान कहा था कि ब्राह्मणवाद की जड़ें काफी गहरी हैं और ब्राह्मण मजहब को ही हिंदू धर्म कहा जा रहा है. हिंदू धर्म दरअसल, पिछड़ों, आदिवासियों और दलितों को मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है. हिंदू अगर एक मजहब होता तो वहां दलितों और पिछड़ों की भी इज्जत होती...इनको अलग करने की वजह ब्राह्मणवाद ही है...हिंदू नाम का कोई मजहब है ही नहीं, हिंदू मजहब केवल धोखा है...