90 घंटे के वर्क ऑवर पर अखिलेश यादव का तीखा तंज, पूछा- क्या इंसान की जगह रोबोट की बात हो रही है?
punjabkesari.in Monday, Mar 03, 2025 - 03:39 PM (IST)
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UP Politics News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में युवाओं के लिए काम और जीवन के संतुलन (वर्क-लाइफ बैलेंस) पर जोर दिया और भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने 90 घंटे काम करने की सलाह को अव्यावहारिक बताते हुए तंज किया कि क्या यह सलाह इंसान की जगह रोबोट के लिए दी जा रही है।
युवाओं को रोबोट न समझें
अखिलेश यादव ने अपने बयान में कहा कि इंसान सिर्फ काम करने की मशीन नहीं है, बल्कि उसे अपने परिवार के साथ समय बिताने और अपनी भावनाओं को महसूस करने का भी अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग युवाओं को 90 घंटे काम करने की सलाह दे रहे हैं, वे शायद यह भूल गए हैं कि मनोरंजन और फिल्म उद्योग भी अर्थव्यवस्था में अरबों रुपये का योगदान करते हैं। लोगों को काम के बीच में आराम और मनोरंजन की जरूरत होती है, ताकि वे ताजगी और ऊर्जा के साथ काम कर सकें।
वर्क-लाइफ बैलेंस पर जोर
अखिलेश यादव ने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं को सिर्फ शरीर और हाथ-पैर के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि उनके दिल और मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि काम की मात्रा (क्वांटिटी) से ज्यादा गुणवत्ता (क्वॉलिटी) मायने रखती है। उनका कहना था कि युवाओं को अधिक घंटे काम करने के दबाव में नहीं डालना चाहिए, बल्कि उन्हें दिल लगाकर काम करने का माहौल देना चाहिए।
प्रिय यंग एम्प्लॉयीज़
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 3, 2025
जो लोग एम्प्लॉयीज़ को 90 घंटे काम करने की सलाह दे रहे हैं कहीं वो इंसान की जगह रोबोट की बात तो नहीं कर रहे हैं क्योंकि इंसान तो जज़्बात और परिवार के साथ जीना चाहता है।
और आम जनता का सवाल ये भी है कि जब अर्थव्यवस्था की प्रगति का फ़ायदा कुछ गिने चुने लोगों…
आर्थिक प्रगति का लाभ किसे मिलेगा?
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यदि अर्थव्यवस्था का लाभ कुछ गिने-चुने लोगों तक ही सीमित रहेगा, तो चाहे देश 30 ट्रिलियन डॉलर की हो जाए या 100 ट्रिलियन डॉलर की, आम जनता को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उनका मानना है कि सच्चा आर्थिक न्याय वही है, जिसमें समृद्धि का लाभ सभी को समान रूप से मिले। लेकिन भाजपा सरकार में यह संभव नहीं हो सकता।
भ्रष्टाचार कम हो, तो अर्थव्यवस्था बढ़ेगी
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यदि सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को आधा भी कम कर दिया जाए, तो अर्थव्यवस्था अपने आप दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि "जिसकी नाव में छेद हो, उसकी तैरने की सलाह का कोई मतलब नहीं।" यह संकेत था कि सरकार को पहले अपनी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।