भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए अक्षय कुमार ने दिया दान, गिलहरी का योगदान याद दिलाकर कहा- जय श्री राम
punjabkesari.in Monday, Jan 18, 2021 - 10:52 AM (IST)
मुंबई/अयोध्याः उत्तर प्रदेश स्थित रामनगरी अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर देश के साथ ही विदेशों के भक्तों का भी उत्साह चरम पर है। भक्तगण दिल खोलकर दान दे रहे हैं। इसी कड़ी में अब बॉलिवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार का नाम भी जुड़ गया है। रविवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए इसकी जानकारी अपने प्रशंसकों के साथ साझा की है। इस दौरान उन्होंने एक कहानी भी सुनाई।
मैंने शुरुआत कर दी है उम्मीद है आप भी करेंगे
अक्षय ने लिखा, 'बहुत खुशी की बात है कि अयोध्या में हमारे श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है। अब योगदान की बारी हमारी है। मैंने शुरुआत कर दी है, उम्मीद है आप भी साथ जुड़ेंगे। जय सियाराम।' वहीं, अपने वीडियो मैसेज में अक्षय कुमार ने एक कहानी का जिक्र किया है, जिसमें वो अपनी बेटी को रामसेतू निर्माण के दौरान गिलहरी की कहानी सुनाए।
अक्षय कुमार ने लोगों को बताया गिलहरी का योगदान
उन्होंने कहा, 'जब एक तरफ वानरों की सेना थी और दूसरी तरफ थी लंका. और दोनों के बीच में महासमंदर। अब वानर सेना बड़े-बड़े पत्थर उठाकर समंदर में डाल रही थी, राम सेतु का निर्माण कर सीता मैया को वापस जो लाना था। प्रभु श्रीराम किनारे पर खड़े सबकुछ देख रहे थे, तभी उनकी नजर एक गिलहरी पर पड़ी जो पानी पर जाती फिर किनारे पर आती, रेत में लोट जाती थी फिर राम सेतु के पत्थरों की ओर फिर भागती, फिर से पानी में जाती, फिर रेत में, फिर पत्थरों पर। रामजी को आश्चर्य हुआ कि यह हो क्या रहा है। वह गिलहरी के पास गए, पूछा- तुम कर क्या रही हो? गिलहरी ने जवाब दिया- मैं अपने शरीर को गीला करती हूं, उस पर रेत लपेट देती हूं और पत्थरों के बीच की जो दरारें हैं, उसको भरती हूं. राम सेतु के निर्माण में मैं भी अपना छोटा सा योगदान दे रही हूं।
हममें से कुछ वानर बनें और कुछ गिलहरियां
इसके बाद अक्षय ने कहा कि 'आज बारी हमारी है। अयोध्या में हमारे श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है। हम में से कुछ वानर बनें, कुछ गिलहरियां बनें और अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार योगदान देकर ऐतिहासिक भव्य राम मंदिर बनाने में साझेदार बनें. मैं खुद इसकी शुरुआत करता हूं, मुझे विश्वास है कि आप भी मेरे साथ जुड़ेंगे ताकि आने वाली पीढ़ियों को इस भव्य मंदिर से मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन और संदेश पर चलने की प्रेरणा मिलती रहे। जय श्री राम।