ओवैसी भारत और हिंदुओं के खिलाफ उगलते हैं जहरः महंत नरेंद्र गिरी

punjabkesari.in Sunday, Nov 10, 2019 - 11:36 AM (IST)

प्रयागराजः 500 साल पुराने विवाद का सुप्रीम कोर्ट ने देर से ही, लेकिन हल निकाल दिया है। जिसके चलते सभी सुप्रीम कोर्ट का फैसले का स्वागत कर रहे हैं, चाहे वो मुस्लिम पक्ष हो या फिर हिन्दू। ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो फैसले को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इस फैसले का विरोध किया है। जिसके चलते अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने औवेसी के बयान को राष्ट्रद्रोह करार दिया है।

उन्होंने कहा है कि ओवैसी भारत और हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि अगर ओवैसी को भारत में अच्छा नहीं लगता है तो उन्हें भारत छोड़कर पाकिस्तान चले जाना चाहिए। नरेंद्र गिरि ने कहा कि ओवैसी अगर इस तरह की भाषा का दोबारा इस्तेमाल करेंगे तो साधु संत समाज और अखाड़ा परिषद इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।

गिरि ने कहा है कि असदुद्दीन ओवैसी हमेशा से हिंदुओं और साधु संतों का अपमान करते आए हैं। महंत नरेंद्र गिरि कहते है कि अगर ओवैसी को भारत में रहना है तो भारत के संविधान और न्यायपालिका के आदेश का पालन और सम्मान करना होगा। उन्होंने कहा है भारतीय जनता पार्टी हमेशा राम मंदिर बनवाने के पक्ष में थी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में ही यह कार्य हुआ है। दोनों यह चाहते थे कि न्यायपालिका के आदेश का सम्मान करते हुए अगर मंदिर का निर्माण हो तो यह सबसे अच्छा रहेगा।

फैसले पर क्या बोले औवैसी
बता दें कि फैसला आने के बाद औवेसी ने फैसला का समर्थन नहीं किया। ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरह हम भी फैसले से सहमत नहीं हैं, सुप्रीम कोर्ट से भी चूक हो सकती है। जिन्होंने बाबरी मस्जिद को गिराया, उन्हें ट्रस्ट बनाकर राम मंदिर बनाने का काम दिया गया है। हमें हिंदुस्तान के संविधान पर भरोसा है। हम अपने अधिकार के लिए लड़ रहे थे। 5 एकड़ जमीन की खैरात की जरूरत नहीं है। मुस्लिम गरीब हैं, लेकिन मस्जिद बनाने के लिए हम पैसा इकट्ठा कर सकते हैं।



 


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Tamanna Bhardwaj

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