बचपन बचाओ आंदोलन की पहल: बाल मजदूरी के लिए दिल्ली और पंजाब ले जाए जा रहे 33 बच्चे मुक्त
punjabkesari.in Friday, Jun 25, 2021 - 11:39 PM (IST)

प्रयागराज: बाल संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था बचपन बचाओ आंदोलन की पहल पर शुक्रवार को कथित रूप से बाल मजदूरी के लिए दिल्ली और पंजाब ले जाए जा रहे 33 बच्चों को प्रयागराज जंक्शन पर मुक्त कराया गया। बाल कल्याण समिति के जुवैनाइल कोर्ट मजिस्ट्रेट मोहम्मद हसन जैदी ने बताया कि ये बच्चे बिहार और बंगाल के हैं और नार्थ ईस्ट स्पेशल एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 0254) में यात्रा कर रहे थे। पूछताछ में सभी ने एक जैसा जवाब दिया जिससे लगता है कि इन्हें इसका प्रशिक्षण दिया गया है।
उन्होंने बताया, “अब ये बच्चे हमारे संरक्षण में रहेंगे.. इनकी देखभाल करना और सुरक्षा देना हमारा काम है। इनके पुनर्वास के लिए इनके माता पिता को सूचित किया जाएगा और उनके आने के बाद ही इन बच्चों को उन्हें सौंपा जाएगा।” जैदी ने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन के पत्र पर यह कार्रवाई की गई जिसमें जीआरपी, आरपीएफ और रेलवे चाइल्ड लाइन ने एक संयुक्त अभियान के तहत इन बच्चों को मुक्त कराया। इस कार्रवाई के तहत 33 नाबालिग मुक्त कराए गए। उन्होंने बताया कि इन बच्चों को अपने साथ ले जा रहे 11 लोगों को पुलिस हिरासत में लिया है, पूछताछ की जा रही है। पूछताछ पर इन्होंने बताया कि कुछ बच्चों को मदरसे में पढ़ाने के लिए, जबकि कुछ को लुधियाना में सिलाई का काम सिखाने वे ले जा रहे थे।
जैदी ने कहा कि जब इस कोविड काल में सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं तो ये बच्चे मदरसे में ट्यूशन के नाम से क्यूं ले जाए जा रहे हैं। इस संबंध में जीआरपी से जांच करने को कहा गया है। बचपन बचाओ आंदोलन के संयोजक (उत्तर प्रदेश) सूर्य प्रताप मिश्रा ने बताया कि उनके पत्र को तत्काल संज्ञान में लेकर राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर विशेष गुप्ता ने प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को बाल तस्करी के इस मामले की तथ्यात्मक जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा।