रिफाइंड और केमिकल से नकली देशी घी बनाना पड़ा बहुत महंगा, कोर्ट ने 5 लोगों को सुनाई उम्रकैद
punjabkesari.in Friday, Aug 11, 2023 - 05:06 PM (IST)

बरेली: नकली देसी घी बनाने की फैक्ट्री चलाने का जुर्म साबित होने के बाद अदालत ने पांच लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। सुभाषनगर इलाके में बदायूं रोड पर 14 साल पहले यह फैक्ट्री पकड़ी गई थी, जहां वनस्पति घी और रिफाइंड में केमिकल मिलाकर बनाया गया कई क्विंटल नकली देसी घी बरामद हुआ था। दो आरोपियों को अदालत ने बरी कर दिया है।
अपर सत्र न्यायाधीश ने दोषी पांचों लोगों को सुनाई आजीवन कारावास की सजा
अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट-13 अरविंद कुमार यादव ने बृहस्पतिवार को पांचों लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाने के साथ उन पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। एडीजीसी क्राइम तेजपाल सिंह राघव के मुताबिक 15 अक्टूबर 2009 को सुभाषनगर पुलिस ने एक सूचना पर फूड इंस्पेक्टर को साथ लेकर बदायूं रोड पर बालाजी मंदिर मोड़ के सामने अनंत सीमेंट एंड प्लाई ट्रेडर्स की दुकानों के बेसमेंट में दबिश देकर विभिन्न ब्रांड का नकली देसी घी बनाते हुए सात लोगों को रंगे हाथों दबोचा था। ये घी कई केमिकल और रिफाइंड से तैयार किया जा रहा था।
फूड इंस्पेक्टर विजयनंद सिंह की ओर से छापेमारी कर बरामद हुआ था नकली देसी घी
फूड इंस्पेक्टर विजयनंद सिंह की ओर से बरामद देसी घी के नकली होने की पुष्टि करने के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर डिबाई (बुलंदशहर) के गांव हसागंज के महेश कुमार, फतेहाबाद के योगेंद्र, लोकमन, बरेली के मोहल्ला शेखान के सत्यप्रकाश, बिहारीपुर के टिन्नी उर्फ सुबोध सुभाषनगर के सर्वोदय नगर निवासी रजनीश चौहान और नवादा शेखान के अनुपम सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया था। विवेचना के बाद आरोप पत्र दाखिल किया गया। सत्र परीक्षण के बाद अदालत ने रजनीश और अनुपम को बरी कर दिया।