6 दिन बाद भी नहीं मिला भीम आर्मी ब्लॉक प्रचारक, पत्नी और बच्चों का हुआ अंतिम संस्कार, अब पति की गुमशुदगी पर उठ रहे सवाल
punjabkesari.in Tuesday, Apr 08, 2025 - 05:04 PM (IST)

बाराबंकी ( अर्जुन सिंह ): लखनऊ से घर लौटते समय बाराबंकी के देवा थाना क्षेत्र की नहर में गिरे पूरा परिवार में से पत्नी और दो बच्चों के शव मिल चुके हैं, लेकिन 6 दिन बीतने के बाद भी भीम आर्मी के ब्लॉक प्रचारक पवन कुमार का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। यह सवाल खड़ा हो रहा है कि बाइक चला रहे पति का आखिर क्या हुआ, क्या वह भी बह गए या मामला कुछ और है।
बता दें कि गंगौली गांव निवासी 35 वर्षीय पवन कुमार बीते 2 अप्रैल की रात अपनी 32 वर्षीय पत्नी उर्मिला, 12 वर्षीय बेटी रागिनी और 8 वर्षीय बेटे अर्पित के साथ तिलक समारोह से घर लौट रहे थे। देवा क्षेत्र में एक तेज घुमावदार मोड़ पर उनकी बाइक नहर में गिर गई। 3 अप्रैल को उर्मिला का शव जैदपुर में मिला, फिर 5 अप्रैल को बेटे अर्पित का शव जहांगीराबाद और बेटी रागिनी का शव सतरिख क्षेत्र में बरामद हुआ। परिवार के तीनों सदस्यों के शव मिल जाने के बाद उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया, लेकिन पवन कुमार का अब तक कोई पता नहीं चल सका।
नहर में चलाई गई सर्च ऑपरेशन, नहीं मिला शव
बता दें कि लगातार एसडीआरएफ की टीमें नहर में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। पुलिस भी कई थानों की मदद से नहर किनारे निगरानी कर रही है, लेकिन पवन की कोई खबर नहीं है। पुलिस का कहना है कि लगातार खोज की जा रही है टीमें लगी हैं। लेकिन इसी खोज के बीच अब सवाल यह है कि पवन कुमार कहां हैं। पवन बाइक चला रहे थे जिस पर उनका पूरा परिवार बैठा था, ऐसे में उनके शव का न मिलना कई सवाल खड़े करता है। क्या वह सच में नहर में बह गए या हादसे की आड़ में कुछ और हुआ है। चौंकाने वाली बात ये है कि पत्नी और बच्चों के शव नहर में अलग-अलग स्थानों पर बरामद हुए, यानी तेज बहाव में दूर तक बह गए थे। ऐसे में पवन का शव अब तक न मिल पाना अजीब लग रहा है। स्थानीय लोगों और पवन के परिचितों में इस बात को लेकर चर्चा है कि कहीं यह सिर्फ हादसा तो नहीं, या किसी गहरी साजिश की परतें अभी बाकी हैं।