कानपुर में ट्रेन पलटाने की बड़ी साजिश फेल, ट्रैक पर मिली लकड़ी की बेंच, दर्जनों संदिग्ध गिरफ्तार
punjabkesari.in Wednesday, Aug 27, 2025 - 02:30 PM (IST)

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक बड़े ट्रेन हादसे की साजिश नाकाम हो गई। फर्रुखाबाद-अनवरगंज पैसेंजर ट्रेन (54157) को पटरी से उतारने के लिए रेलवे ट्रैक पर अज्ञात लोगों ने बेंच रखी थी, लेकिन ट्रेन के लोको पायलट की तेज नजर और सतर्कता की वजह से बड़ा हादसा टल गया। यह घटना चौबेपुर रेलवे स्टेशन के पास हुई।
घटना का विवरण
मिली जानकारी के मुताबिक, जब ट्रेन निर्धारित समय पर चल रही थी, तब लोको पायलट ने रेलवे ट्रैक पर बेंच रखी हुई देखी। उसने तुरंत आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। इसके कारण ट्रेन बेंच से टकराकर पलटने या हादसा होने से बच गई। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन और पुलिस तुरंत कार्रवाई में जुट गए।
जांच के लिए टीमें गठित
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी, आरपीएफ, चौबेपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की तीन टीमें जांच कर रही हैं। चौबेपुर पुलिस ने आसपास के गांवों से करीब एक दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस पूछताछ के जरिए इस साजिश के पीछे के मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
खुफिया एजेंसियों का हस्तक्षेप
इस घटना ने लखनऊ और दिल्ली की खुफिया एजेंसियों का भी ध्यान खींचा है। वे भी कानपुर पहुंचकर स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर मामले की जांच में मदद कर रहे हैं। जांच की दिशा में यह भी देखा जा रहा है कि कहीं यह साजिश किसी बड़े नेटवर्क या गिरोह से जुड़ी तो नहीं।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी साजिशें
कानपुर में पहले भी ट्रेन हादसे की कोशिश हो चुकी है। 24 अगस्त 2024 को कासगंज-फर्रुखाबाद पैसेंजर ट्रेन को पलटाने के लिए ट्रैक पर लकड़ी का लट्ठा रखा गया था, जिसे समय रहते लोको पायलट ने देखा था। सितंबर 2024 में कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर, पेट्रोल की बोतल और माचिस रखे गए थे। ऐसी घटनाओं से रेलवे सुरक्षा पर सवाल उठे हैं।
पुलिस और रेलवे प्रशासन की प्रतिक्रिया
चौबेपुर थाना प्रभारी राजेश कुमार ने कहा कि हम पूरी गंभीरता से जांच कर रहे हैं। हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ जारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, उत्तर पूर्व रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि रेलवे सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सतर्कता बढ़ाई गई है। इस तरह, रेलवे और पुलिस की सतर्कता ने एक बड़े हादसे को होने से बचा लिया है और जांच जारी है ताकि साजिश के सभी पहलुओं का पता लगाया जा सके।