शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही: बिना पढ़ाए ही शिक्षकों को एक करोड़ 70 लाख का भुगतान, आवंटन में फंसी पेंच

punjabkesari.in Thursday, Sep 09, 2021 - 11:10 AM (IST)

वाराणसी: उत्तर प्रदेश में वाराणसी से शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां परिषदीय स्कूलों के 70 शिक्षकों को बिना किसी काम के ही लाखों रुपये हर माह वेतन दिया जा रहा है। अब तक शिक्षकों के खाते में एक करोड़ 70 लाख 50 हजार रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इन शिक्षकों में 48 ऐसे शिक्षक हैं, जिनको छह महीने में 1,58,40,000 और 22 शिक्षकों को एक महीने का वेतन 12,10,000 मिल चुका है।

शिक्षा मित्रों के भरोसे चल रहे स्कूल, बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा असर
बता दें कि अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा शिक्षकों के साथ-साथ बच्चे भी भुगत रहे हैं। एक तरफ शिक्षकों का आवंटन नहीं हो पा रहा है तो दूसरी तरफ बच्चों की पढ़ाई भी नहीं हो पा रही है। शिक्षकों का आवंटन न होने से कई स्कूल ऐसे हैं जो शिक्षकों के अभाव में शिक्षा मित्रों के भरोसे ही चल रहे हैं। अभी तक इस बात का फैसला नहीं हो सका है कि आखिर इन शिक्षकों को विद्यालय कब आवंटित होंगे। जिले में अंतर जनपदीय स्थानांतरण और शिक्षक भर्ती को मिलाकर इस समय कुल 70 ऐसे शिक्षक हैं, जिनको अब तक विद्यालय आवंटित नहीं हुआ है। 

विद्यालय आवंटन नहीं होने से शिक्षकों के वरीष्ठता पर भी पड़ेगा असर
बीएसए राकेश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन की ओर से इन शिक्षकों के लिए दिशा-निर्देश नहीं प्राप्त हो सके हैं। जिसकी वजह से शिक्षकों का विद्यालय आवंटन नहीं हो सका है। उम्मीद है दस दिन के भीतर शिक्षकों को विद्यालय का आवंटन पूरा हो जाएगा। विद्यालय आवंटन नहीं होने से 69000 शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण के तहत चयनित 22 शिक्षकों के वरीष्ठता पर भी असर पड़ेगा। शासन के नियमों के अनुसार जिस दिन से शिक्षकों को विद्यालय आवंटित होता है, उस दिन से उसकी वरिष्ठता ली जाती है। कई बार प्रमोशन में एक दिन का अंतराल होने की वजह से शिक्षकों को अपने जूनियर से नीचे कार्य करना पड़ता है। 

शिक्षकों ने कक्षाओं का बहिष्कार कर किया प्रदर्शन, सरकार को दी चेतावनी
वहीं, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की ओर से पिछले कई दिनों से वाराणसी समेत प्रदेश भर के विद्यालयों का समय 8 बजे से शाम 4.30 बजे तक करने का विरोध किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को जिले के माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक तो पहुंचे लेकिन उन्होंने क्लास में जाकर छात्रों को पढ़ाया नहीं। विद्यालयों का समय बदलने के विरोध में शिक्षकों ने सरकार के फैसले के विरोध में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इसके साथ ही सरकार को चेतावनी दी कि यदि इस पर विचार नहीं किया गया तो 20 सितंबर को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर धरना देंगे। इस दौरान पूर्व शिक्षक विधायक और संघ के प्रदेश अध्यक्ष चेतनारायण सिंह के निर्देशन में रामेश्वर इंटर कालेज क्राइस्टनगर, अमर शहीद इंटर कालेज आयर, मारकंडेय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कैथी, सरस्वती इंटर कालेज सुड़िया, मालवीय इंटर कॉलेज शाहंशाहपुर आदि विद्यालयों में संघ के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया।


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Content Writer

Umakant yadav

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