बर्ड फ्लू: UP में बढ़ी सतर्कता, मृत पक्षियों की सूचना देने के लिए कंट्रोल रूम की हुई स्थापना

punjabkesari.in Tuesday, Jan 12, 2021 - 08:58 AM (IST)

लखनऊ:  उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर और बलिया जिलों में विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की ताजा घटनाएं सामने आई हैं। राज्य में इस फ्लू की रोकथाम के लिए सतर्कता बढ़ा दी गई है। साथ ही पशुपालन निदेशालय में एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। कानपुर चिड़ियाघर में मरे कुछ पक्षियों में बर्ड फ्लू पाए जाने के बाद लखनऊ प्राणी उद्यान प्रशासन ने अपने यहां पक्षियों के बाड़े को दर्शकों के लिए बंद कर दिया है और पक्षियों के आदान-प्रदान कार्यक्रम को भी अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है।

राज्य स्तरीय टास्क फोर्स की वर्चुअल बैठक आयोजित
उधर, बर्ड फ्लू के मद्देनजर बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) में सोमवार से पक्षियों के नमूनों की जांच युद्ध स्तर पर शुरू कर दी गई है। बर्ड फ्लू से उत्पन्न होने वाली स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय टास्क फोर्स की वर्चुअल बैठक आयोजित की गयी।

सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक तिवारी ने कहा कि लोगों को बर्ड-फ्लू के बारे में जागरूक किया जाए। उन्होंने समस्त सम्बन्धित विभागों से उनके द्वारा की जा रही तैयारियों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर निर्देश दिये कि उनके स्तर से इस बीमारी से बचाव के लिए सुरक्षात्मक कदम तत्काल उठाये जाएं। उन्होंने कहा कि मृत पक्षियों की सूचना आमजन द्वारा आपातकालीन नम्बर तथा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर दी जा सकती है। पशुपालन निदेशालय में कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी है जो कि 24 घन्टे क्रियाशील है। जिलों में स्थापित कोविड कन्ट्रोल रूम पर तत्काल कर्मचारियों की ड्यूटी नियत कर रिपोर्ट प्राप्त की जाए।

खाएं पका हुआ मीट और अण्डा
मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि आमजन को यह जानकारी प्रदान की जाए कि पूर्णरूप से पका हुआ अण्डा या मीट खाने से बर्ड-फ्लू का कोई खतरा नहीं है क्योंकि यह वायरस 70 डिग्री सेन्टीग्रेट पर समाप्त हो जाता है। इस बीच, लखनऊ स्थित नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान के निदेशक आरके सिंह ने बताया कि लखनऊ चिड़ियाघर में पक्षियों के बाड़े को रविवार से दर्शकों के लिए बंद कर दिया गया है चिड़ियाघर में रखे गए पक्षियों के भोजन में विटामिन के तत्व बढ़ा दिए गए हैं और उन्हें खिलाया जाने वाला चिकन और अंडे का आहार भी देना बंद कर दिया गया है। चिड़ियाघर में काम करने वाले सभी से कहा गया है कि वे किसी भी पक्षी में असामान्य स्थिति पाए जाने पर फौरन इसकी सूचना दें तथा ऐसे पक्षियों को फौरन आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए।

 


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Moulshree Tripathi

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