भाजपा का भविष्य तभी है जब नया प्रधानमंत्री चुना जाए: सुब्रमण्यम स्वामी बोले- ‘इस समय सरकार को विपक्ष में बैठना चाहिए था…’
punjabkesari.in Thursday, Jun 20, 2024 - 05:14 PM (IST)
Ayodhya News, (संजीव आजाद): अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने वाले सुब्रमण्यम स्वामी ने अयोध्या पहुंचने पर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मुख्य रूप से तीन बातें कहीं, पहली यह कि भारतीय जनता पार्टी का भविष्य तब होगा जब नया प्रधानमंत्री चुना जाएगा। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अहम भूमिका होगी और नरेंद्र मोदी को मार्गदर्शक मंडल में चले जाना चाहिए। दूसरी यह कि भारतीय जनता पार्टी को विपक्ष में बैठना चाहिए था इंडिया गठबंधन की सरकार 3 महीने से ज्यादा नहीं चल सकती थी और फिर नया चुनाव होता। तीसरी बात उन्होंने अयोध्या से भाजपा की हार को लेकर कहीं और कहा कि ऐसा लग रहा था कि अयोध्या में राम मंदिर और सब कुछ प्रधानमंत्री मोदी ने किया है जबकि उन्होंने नरसिहा राव द्वारा राम मंदिर के लिए अधिग्रहीत जमीन वापस लौटाने के लिए पिटीशन फाइल करवाया था जनता ने वोट के जरिए अयोध्या में सबको जवाब दे दिया।
एक बार फिर PM नरेंद्र मोदी पर हमलावर हुए सुब्रमण्यम स्वामी
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के जन्म दिवस समारोह में अयोध्या पहुंचे सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने चिर परिचित अंदाज में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी यात्रा के दौरान चप्पल फेंके जाने का जिक्र किया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी का भविष्य तब होगा जब मेरी राय में प्रधानमंत्री कोई नया चुना जाएगा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बड़ा योगदान रहेगा अगर वह ऐसा किसी को चुनकर और मोदी दो बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं और मार्गदर्शक मंडल भी निकट ही है।
अयोध्या से भाजपा की हार के कारणों पर टिप्पणी
उन्होंने लोकसभा चुनाव के परिणाम को लेकर अपनी भविष्यवाणी को सच बताया और कहा कि उस समय लोग कहते थे कि मैं ऐसा नीचा दिखाने के लिए कह रहा हूं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि इस समय भारतीय जनता पार्टी को विपक्ष में बैठना चाहिए था और इंडिया गठबंधन की सरकार 3 महीने से अधिक नहीं चल सकती थी और फिर नया चुनाव होता। अयोध्या से भाजपा की हार के कारणो पर टिप्पणी करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि लोगों को यह बात खराब लगी होगी की श्री राम मंदिर का निर्माण समेत सब कुछ नरेंद्र मोदी ने किया है जबकि उन्होंने नरसिंह राव द्वारा अधिकृत की गई जमीन वापस लौटाने के लिए पिटीशन फाइल करवाई थी और अगर ऐसा होता तो छोटी सी जगह में राम मंदिर कैसे बनता अयोध्या के लोगों ने वोट के जरिए सबको जवाब दे दिया है।