भाजपा नेता की मौत के बाद 6 पुलिसकर्मी निलम्बित, गाजीपुर में पुलिस की पिटाई से हुई थी मौत... थाने पर हुआ था लाठीचार्ज
punjabkesari.in Thursday, Sep 11, 2025 - 06:21 PM (IST)

गाजीपुर: थाना नोनहरा में पुलिस कर्मियों की पिटाई से धरने दे रहे एक शख्स की मौत हो गई थी, जिसको लेकर एसपी इरज राजा के द्वारा कार्रवाई की गई है और कुल 11 पुलिस कर्मियों के को दोषी मानते हुए 6 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया है।
निलम्बित पुलिसकर्मी:
तत्काल प्रभाव से 6 पुलिसकर्मियों को निलम्बित किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
- प्रभारी निरीक्षक श्री वेंकटेश तिवारी
- उप निरीक्षक श्री अवधेश कुमार राय
- मुख्य आरक्षी नागेंद्र सिंह यादव
- आरक्षी धीरज सिंह
- आरक्षी अभिषेक पाण्डेय
- आरक्षी राकेश कुमार
लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मी:
वहीं, 5 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है:
- उप निरीक्षक कमलेश गुप्ता
- उप निरीक्षक जुल्फिकार अली
- आरक्षी मुलायम सिंह
- आरक्षी राघवेंद्र मिश्र
- आरक्षी राजेश कुमार
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह की लापरवाही या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह कार्रवाई कानून व्यवस्था बनाए रखने और जनता के प्रति पुलिस की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस मामले में आगे की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
क्या था पूरा मामला?
बाताया जा रहा है कि गाजीपुर के नोनहरा थाना क्षेत्र के गठिया गांव में ओंकार राय और अरविंद राय के बीच बिजली के खंभे को लेकर विवाद हुआ. ओंकार राय अपने ट्यूबवेल के लिए अरविंद राय के खेत से पोल ले जाना चाहते थे, जिसका अरविंद राय ने विरोध किया. इसके बाद बीजेपी नेता राजेश राय बागी, विपुल मिश्रा और उनके 20 समर्थक अरविंद राय के समर्थन में नोनहरा थाने पहुंच गए. बात नहीं बनने पर वे धरने पर बैठ गए. पुलिस ने कथित तौर पर देर रात बिजली बंद कर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए।
दोनों पक्षों के कई लोगों को पुलिस थाने ले गई और बाद में छोड़ दिया। पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में थाने में दोनों पक्षों के बीच पंचायत हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसके बाद, आरोप है कि थानाध्यक्ष ने सबको गाड़ी से जाने के लिए कह दिया। इस पर लोग थाने के बाहर धरने पर बैठ गए, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इस लाठीचार्ज में घायल हुए सीताराम उपाध्याय की दो दिन बाद मौत हो गई।