मुस्लिम बुजुर्ग की दाढ़ी काटे जाने का वीडियो ट्रेंड होने पर ट्विटर सहित 9 पर केस दर्ज, धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप
punjabkesari.in Wednesday, Jun 16, 2021 - 10:29 AM (IST)
गाजियाबादः इंटरनेट और सोशल मीडिया ने आज के दौर में अहम रोल निभा रहा है। यहां कभी कभार बिना चीजों की सत्यता जाने उसे पोस्ट या शेयर कर दिया जाता है। जिससे समाज में तनाव पैदा हो सकता है। जिसे समय रहते न संभाला जाए तो आगे जाकर उसका परिणाम खतरनाक हो सकता है। ऐसा ही मामला गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके से सामने आया है। जहां एक बुजुर्ग को बंधक बनाकर मारपीट करने व दाढ़ी काटने के मामले में पुलिस ने ट्विटर पर भी केस दर्ज किया है। आरोप है कि बिना सत्यता जाने घटना का वीडियो ट्विटर पर चला, यह ट्रेंड कर गया। ट्विटर के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने का आरोप है।
बता दें कि ट्विटर के साथ ही उन लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है, जिन्होंने घटना का बताया जा रहा वीडियो ट्वीट किया। आरोपियों में पत्रकार राणा अय्यूब, स्थानीय सपा नेता उम्मेद पहलवान इदरीसी व जुबैर शामिल हैं। पुलिस अन्य आरोपियों को भी ट्रेस कर रही है। इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
जानिए क्या है पूरा मामला?
बीते सोमवार को गाजियाबाद से एक बुजुर्ग शख्स का वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में दिख रहा है कि बुजुर्ग शख्स मारने वालों के आगे हाथ जोड़ रहा है लेकिन वो उसकी नहीं सुन रहे। आरोपी, बुजुर्ग की पिटाई करते जा रहे हैं। घटना का वीडियो वायरल हुआ तो मंगलवार को पीड़ित का एक और वीडियो ट्विटर पर ट्रेंड कर गया। इसमें आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने पीड़ित से धर्म विशेष के नारे लगवाए। इसे माहौल बिगाड़ने की साजिश मानते हुए पुलिस ने वीडियो वायरल करने वालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
क्या कहती है पुलिस
इस बारे में एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा का कहना है कि आपत्तिजनक वीडियो ट्रेंड होने पर पत्रकार राणा अय्यूब, सपा नेता उम्मेद पहलवान इदरीसी, जुबैर समेत दर्जनभर लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बिना सत्यता जांचे वीडियो ट्रेंड करने पर पुलिस ने ट्विटर को भी केस में आरोपी बनाया है।
अधिकारियों का कहना है कि कुछ लोगों ने मामले को सांप्रदायिक रूप देते हुए वीडियो वायरल किया। अपने ट्विटर हैंडल से वीडियो वायरल करने वाले दर्जनभर लोगों को चिन्हित करते हुए एफआईआर दर्ज की जाएगी। एसपी ग्रामीण का कहना है कि कुछ लोगों ने वीडियो वायरल कर धार्मिक भावनाएं भड़काने का काम किया है। माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
इन पर दर्ज हुई एफआईआर
पुलिस ने मोहम्मद जुबैर, राना अय्यूब, सलमान निजामी, मशकूर उस्मानी, डॉ. शमा मोहम्मद, सबा नकवी, ट्विटर आईएनसी और ट्विटर कम्यूनिकेशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सहित एक वेबसाइट के खिलाफ सांप्रदायिक तनाव पैदा करने, धार्मिक टिप्पणी करने, पवित्र मानी गई वस्तु को नुकसान पहुंचाने तथा संप्रदायों के बीच घृणा व शत्रुता पैदा करने की धाराएं लगाई गई हैं।