Ram Mandir: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 22 जनवरी की तारीख का चंपत राय ने किया खंडन, कहा- ''ये अफवाह...''
punjabkesari.in Sunday, Apr 30, 2023 - 01:43 PM (IST)

अयोध्या (संजीव आजाद): उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आई तारीख का श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने खंडन किया है। उन्होंने इस खबर को अफ्वाह बतातें हुए समाचार पत्रों में इस तरह की खबरें छपने को चिंता का विषय बताया है। इसके साथ ही उन्होंने रामलला के गर्भगृह में स्थापित होने वाली मूर्ति के लिए भी अभी तक किसी पत्थर के चुने जाने से इनकार किया है। उनका कहना है कि इस बारे में अध्ययन चल रहा है, 3 से 4 दिन में किस पत्थर से रामलला की मूर्ति बनेगी यह तय हो जाएगा।
बता दें कि एक अखबार में छपी खबर को उत्तर प्रदेश सूचना विभाग ने ट्वीट किया था और इसी ट्वीट को यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने रिट्वीट किया था। इस खबर में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की तारीख 22 जनवरी 2024 लिखी गई थी और यह पूरी खबर राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के हवाले से ही छपी थी। वहीं, अब इसी खबर को लेकर चंपत राय ने सिरे से इनकार किया है और कहा है कि इस तरह की खबरें छपना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण समिति की बैठक में भी इस पर चिंता व्यक्त की गई। इसके पीछे उन्होंने दलील भी दी की प्रधानमंत्री का कार्यक्रम 8 से 9 महीने पहले तय नहीं हो सकता।
ये भी पढ़ें...
- Electricity Rates में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर सुनवाई पूरी, मई के अंत तक घोषित हो सकती हैं नई बिजली दरें
इसके साथ ही रामलला की मूर्ति किन शिलाओ से बनेगी इस पर चंपत राय ने कहा कि अभी तक यह भी तय नहीं हुआ है। तीन राज्यों से आई शिलाओं की अभी टेस्टिंग चल रही है, इसलिए अभी इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता। उन्होंने बताया कि नेपाल की गंडकी नदी से 2 शिलाएं अयोध्या लाई गई थी। इसके अलावा कर्नाटक और राजस्थान से भी शिलाओ को अयोध्या के राम कारसेवक पुरम लाया गया है। जहां मूर्ति विशेषज्ञ इन शिलाओं की टेस्टिंग कर रहे हैं। चंपत राय की माने तो कर्नाटक से लाई एक शिला भीतर से क्षतिग्रस्त पाई गई है जबकि नेपाल से लाई गई एक शिला को लेकर भी इसी तरह की आशंका जताई जा रही है जो आगे टेस्टिंग में क्लियर हो जाएगा।