''तो CM हाउस का करेंगे घेराव!'' चंद्रशेखर आजाद ने भीम आर्मी का किया बचाव, प्रयागराज हिंसा की CBI जांच की सख्त मांग
punjabkesari.in Tuesday, Jul 01, 2025 - 11:39 AM (IST)

Prayagraj News: प्रयागराज में बीते रविवार को हुए हिंसक बवाल को लेकर नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर उनके कार्यकर्ताओं के साथ गलत हुआ तो अब आंदोलन कौशांबी और इलाहाबाद में नहीं, बल्कि लखनऊ में होगा। उन्होंने कहा कि हम अपने हर एक कार्यकर्ता का पूरा संरक्षण करेंगे। अगर उन पर अत्याचार किए गए तो उत्तर प्रदेश के बहुजन समाज के लोग चुप नहीं बैठेंगे। हम सड़कों पर उतरकर मुख्यमंत्री आवास और विधानसभा का घेराव भी करेंगे।
चंद्रशेखर आजाद का बयान: अंबेडकर के अनुयायी हिंसा से दूर
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, चंद्रशेखर आजाद बीते सोमवार को मुजफ्फरनगर गए थे। वहां उन्होंने शुक्र तीर्थ नगरी में संत समनदास जी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर माथा टेका। इसके बाद उन्होंने प्रयागराज की घटना पर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अनुयायी कभी हिंसा नहीं करते और ना ही हिंसा को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा कि कमजोर वर्ग के लोगों पर हिंसा का आरोप लगाना बहुत आसान होता है।
हिंसा की जांच CBI से हो, दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो
चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि कई वीडियो वायरल हो रही हैं जिनमें पुलिस के साथ मिलकर कुछ स्थानीय लोग पथराव कर रहे हैं। कई वाहन भी आग के हवाले किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए और जांच के बाद जो दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए चाहे वह कोई भी हो। जब पत्रकार ने उनसे प्रयागराज हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई के बारे में पूछा, तो चंद्रशेखर आजाद भड़क गए और कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने उनका नाम लेकर कुछ नहीं कहा तो इस तरह की गलत बातें क्यों की जा रही हैं। उन्होंने पत्रकार पर मुकदमा करने की भी बात कही।
प्रयागराज में बवाल, पुलिस ने किए 50 से अधिक गिरफ्तार
आपको बता दें कि रविवार को प्रयागराज के करछना इलाके के इसौटा गांव में भीम आर्मी प्रमुख और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद का दौरा पुलिस ने सुरक्षा कारणों से रोक दिया था। इसके बाद भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया, पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया और कई वाहन आग के हवाले कर दिए। इस घटना के बाद पुलिस ने 50 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया और सैकड़ों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। प्रशासन ने कहा है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी और किसी भी प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।