15 वर्षीय बच्ची को ''बालिका वधू'' बनाने की चल रही थी तैयारी, Child helpline ने रुकवाई शादी

punjabkesari.in Tuesday, May 05, 2020 - 06:26 PM (IST)

हाथरसः कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच इस वक्त दुनिया भर का माहौल बदला हुआ है। वहीं कुछ लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश के हाथरस से चाइल्ड हेल्प लाइन को एक फोन कॉल आई। बिन मां-बाप की इस किशोरी का बाल विवाह उसके रिश्तेदारों द्वारा करवाए जाने की सूचना चाइल्ड हेल्प लाइन पर मिलने के बाद बाल संरक्षण अधिकारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और हो रहे बाल विवाह को रुकवाया।

बता दें कि मामला जिले के गेट कोतवाली इलाके का है। जहां कुंवर जी का नागला रोड पर एक कॉलोनी में कराये जा रहे एक बाल विवाह कार्यक्रम की सूचना चाइल्ड हेल्प लाइन को मिली। सूचना के बाद हरकत में आए बाल संरक्षण अधिकारी और हाथरस गेट पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर इस विवाह को रुकवाया। इस सूचना पर जब बाल संरक्षण अधिकारी और हाथरस गेट कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां हल्दी आदि की रस्में चल रही थीं। पूछ-ताछ में पता चला कि लड़की के माता-पिता की मृत्यु के बाद वह अपनी बहन के यहां रहती है। टीम के साथ पुलिस को देखकर वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। लड़की के परिवार के लोग उसके बालिग होने का भी कोई सबूत पुलिस को नहीं दिखा सके।

बाल संरक्षण अधिकारी विमल शर्मा ने वहां उपस्थित लोगों को फटकार लगाई। जिसके बाद लड़की के जीजा वीरेंद्र ने भी स्वीकार किया कि उसकी साली की उम्र महज 15 साल है।  उन्होंने अपनी सफाई में बताया कि उसे यह जानकारी नहीं थी कि 18 साल से पहले लड़की की शादी नहीं की जाती है। अधिकारी ने किशोरी की बहन व जीजा को हिदायत दी कि लड़की जब तक 18 साल की न हो जाए तब तक इसकी शादी न करें। जिस पर उन्होंने अपनी सहमति देते हुए विवाह को टाल दिया। बाल संरक्षण अधिकारी का कहना था कि लोगों की जागरूकता से ही इस प्रकार की कुप्रथाओं को रोका जा सकता है।


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Author

Moulshree Tripathi

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