Chitrakoot Pension Scam : पेंशन के नाम पर हुए करोड़ों के घोटाले को लेकर SIT का बड़ा एक्शन !
punjabkesari.in Thursday, Oct 30, 2025 - 11:52 AM (IST)
Chitrakoot Pension Scam : उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है,,जहां पेंशन के नाम पर कोषागार विभाग में करोड़ों रुपये का घोटाला सामने आया है,,यह सिर्फ भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि सरकारी धन की खुली लूट का मामला है और अब SIT की कार्रवाई ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है।
दरअसल, चित्रकूट के कोषागार विभाग में पेंशन भेजने के नाम पर करोड़ों रुपये का गबन किया गया,,इस घोटाले की जांच के लिए गठित SIT टीम ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है,, ताजा जानकारी के अनुसार, SIT ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है,, जिनमें ट्रेजर विभाग के सहायक कोषाधिकारी विकास सचान, लेखाकार अशोक कुमार वर्मा और 13 पेंशनर शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए 13 पेंशनरों में चार महिलाएं भी शामिल हैं,,,अब तक SIT कुल 30 आरोपियों को जेल भेज चुकी है,,और जांच का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है।
कुल 97 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
आपको बता दें कि यह पूरा घोटाला साल 2018 से चल रहा था,, जहां पेंशनरों के खातों में पेंशन की राशि से कहीं ज्यादा धनराशि भेजी जा रही थी। इसमें कोषागार विभाग के कुछ कर्मचारी और दलाल सक्रिय थे। जो पेंशनरों से साठगांठ करके शासकीय धन में डकैती डाल रहे थे। विभाग के ऑडिट में जब इस घोटाले का खुलासा हुआ,,तो यह सामने आया कि 43.11 करोड़ रुपये का गबन किया गया है,,ऑडिट रिपोर्ट सामने आने के बाद कोषागार अधिकारी रमेश सिंह ने कर्वी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया,,जिसमें 93 पेंशनरों और 4 कोषागार कर्मचारियों सहित कुल 97 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई।
SIT टीम ने जांच शुरू की
शासन के आदेश पर गठित SIT टीम ने जांच शुरू की,,और साक्ष्यों के आधार पर एक-एक करके आरोपियों को गिरफ्तार किया गया,,पकड़े गए आरोपी पेंशनर और दलालों का एक सिंडिकेट चलाते थे,,जो सरकारी धन को आपस में बांट लेते थे,,,SIT ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 15 आरोपियों में 11 पेंशनर और 4 दलाल शामिल हैं,,,जिनमें 12 पुरुष और 3 महिलाएं हैं,,हैरान करने वाली बात यह है किइस घोटाले के खुलासे के बाद ट्रेज़री विभाग के एक कर्मचारी की हार्ट अटैक से मौत भी हो गई।
पुलिस का बयान
यह पूरा मामला अब प्रदेश स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है,,,SIT की जांच जारी है, और टीम बाकी बचे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
सरकारी व्यवस्था पर सवाल
चित्रकूट का यह पेंशन घोटाला,,एक बार फिर सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है कि आखिर कैसे वर्षों तक करोड़ों की धनराशि पेंशन के नाम पर लूटी जाती रही,,और सिस्टम को पता तक नहीं चला,,,अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या SIT इस घोटाले के पीछे छिपे बड़े चेहरों तक पहुंच पाएगी या नहीं,,

