CM योगी ने ओम बिरला को दी बधाई, कहा- आपके नेतृत्व में भारतीय लोकतंत्र के मंदिर 'संसद' की गरिमा नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगी
punjabkesari.in Wednesday, Jun 26, 2024 - 12:30 PM (IST)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओम बिरला को सदन का अध्यक्ष चुने जाने पर उन्हें ट्वीट कर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि जनप्रिय, मृदुभाषी राजनेता ओम बिरला जी को लगातार दूसरी बार लोकसभा का अध्यक्ष चुने जाने पर हृदयतल से बधाई! पूर्ण विश्वास है कि आपके यशस्वी नेतृत्व में भारतीय लोकतंत्र के मंदिर 'संसद' की गरिमा नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगी। आपके स्वर्णिम कार्यकाल हेतु अनंत मंगलकामनाएं!
वहीं ' समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने बिरला को बधाई देते हुए कहा , ‘‘देश की जनता की आवाज को न्याय देने की जिम्मेदारी आपके पास है। आपको सदन चलाने का पुराना अनुभव है और हमें विश्वास है कि आप इस परंपरा का निर्माण करते हुए 18वीं लोकसभा में देश की जनता की आवाज को बिना भेदभाव के सुनेंगे। अखिलेश यादव ने हम आपके सभी न्यायोचित निर्णयों के साथ खड़े रहेंगे और उम्मीद करते हैं कि केवल विपक्ष को ही नियंत्रण में नहीं रखा जाएगा। अखिलेश ने कहा कि उम्मीद है कि विपक्ष की आवाज को दबाया नहीं जाएगा और अब कोई निष्कासन नहीं होगा।
वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ओम बिरला को सदन का अध्यक्ष चुने जाने पर उन्हें बधाई दी तथा उम्मीद जतायी कि वह अध्यक्ष के रूप में हर दल को सम्मान देंगे और सबकी बात निष्पक्ष होकर सुनेंगे। गांधी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में अपने पहले भाषण में अध्यक्ष चुने जाने पर बिरला का अभिनंदन किया और कहा कि देश की जनता ने विपक्ष को भी जबरदस्त समर्थन दिया है तथा उन्हें विश्वास है कि वह ( बिरला) जनता की भावनाओं का पूरा सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के पास सरकार को प्रदत सारी शक्तियां है लेकिन विपक्ष भी जनता की आवाज है और जनता की आवाज को संसद में सुना जाना आवश्यक है।
राहुल ने कहा कि हमे उम्मीद है कि बिरला सदन में सबको समान अवसर देंगे और संविधान की रक्षा के लिए देश ने जिस विपक्ष को समर्थन दिया है उसका सम्मान करेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा , ‘‘विपक्ष की आवाज को कितना सुना जाता है यह इस सदन में अध्यक्ष को तय करना है लेकिन इस चुनाव ने यह साबित कर दिया है कि देश की जनता संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और हम विपक्षी दलों को मिले जनता के समर्थन का संसद में पूरी तरह से प्रतिनिधित्व करेंगे और उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे।