CM Yogi ने दिए ''हीट वेव एक्शन प्लान'' लागू करने के निर्देश, कहा- लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी

punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 12:15 PM (IST)

लखनऊ: इस साल भीषण गर्मी पड़ने के अनुमानों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निकट भविष्य में चलने वाली लू से बचाव के लिये सभी सम्बन्धित विभागों को सतर्क करते हुए एक कार्ययोजना बनाकर उस पर अमल करने के निर्देश दिये हैं। राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, पिछले साल मार्च से जून के बीच लू लगने से बीमार पड़ने के सबसे अधिक मामले दर्ज किये गये थे और इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने इस वर्ष गर्मी के मौसम में पहले से ही सभी विभागों को सतर्क करते हुए 'हीट वेव एक्शन प्लान' लागू करने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार अप्रैल से मई के बीच भीषण गर्मी पड़ने और अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहने का पूर्वानुमान जाहिर किया है। 

'सतर्क रहे अधिकारी '
बयान के मुताबिक, इसे देखते हुए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य, नगर निकाय, श्रम, पशुपालन और ग्रामीण विकास विभागों के साथ तालमेल बनाकर बहुस्तरीय रणनीति तैयार की है। बयान में कहा गया है कि इसके तहत मुख्य रूप से श्रमिकों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा और इसके साथ ही सड़कों पर पानी का छिड़काव, पार्कों और कार्यस्थलों पर छाया की व्यवस्था, पशुओं की सुरक्षा के लिये आश्रय और दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों और जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लू से बचाव की कार्ययोजना का सख्ती से पालन कराएं तथा आश्रय स्थलों के संचालन, पेयजल आपूर्ति और जागरूकता कार्यक्रमों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

'निगरानी टीमों का भी किया जाए गठन'
बयान के अनुसार, राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से श्रमिकों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराने का निर्णय लिया है और लू चलने के दौरान श्रमिकों में थकावट, शरीर में पानी की कमी और ‘हीट स्ट्रोक' जैसी समस्याएं आम होती हैं। इससे बचाव के लिए औद्योगिक और निर्माण स्थलों पर भी नियमित स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की जाएगी। इसमें कहा गया है कि गर्मी से जुड़ी बीमारियों से बचाव पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे जहां ‘हीट स्ट्रोक', लू, निर्जलीकरण जैसे लक्षणों की पहचान और प्राथमिक उपचार की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा निगरानी टीमों का गठन भी किया जाएगा जो प्रतिदिन हालात का जायजा लेंगी। 


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Content Editor

Pooja Gill

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